रफ़ाल पर बोले मोदी, कांग्रेस को झूठ बोलने की आदत

03:18 pm Dec 16, 2018 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

पीएम मोदी ने रविवार को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गाँधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में मॉर्डन कोच फ़ैक्ट्री के 900वें कोच और हमसफर कोच के रेक को हरी झंडी दिखाई। पीएम ने 1100 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इस दौरान हुई जनसभा में पीएम मोदी ने रफ़ाल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के संदर्भ में कांग्रेस पर पलटवार किया। 

मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस रक्षा सौदों को लेकर इसलिए परेशान है क्योंकि उसमें क्वात्रोची मामा या फिर मिशेल अंकल नहीं है। कांग्रेस ने इस आरोपी को बचाने के लिए अपना वकील अदालत में भेज दिया।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए देश का रक्षा मंत्रालय भी झूठा है। देश की रक्षा मंत्री झूठी हैं। भारतीय वायुसेना के अफ़सर भी झूठे हैं। फ़्रांस की सरकार झूठी है। अब उन्हें देश की सर्वोच्च अदालत भी झूठी लगने लगी है। लेकिन वे नहीं जानते कि सच को श्रृंगार की जरूरत नहीं होती और झूठ चाहे जितना भी बोला जाए उसमें जान नहीं होती है।' मोदी ने इस दौरान सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए भारत माता की जय के नारे भी लगवाए। 

जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि चार साल तक रायबरेली में सिर्फ़ कपूरथला से लाए गए कोचों में पेच कसने और पेंट करने का काम होता था। पीएम ने कहा कि इस फ़ैक्ट्री को कभी भी पूरी क्षमता से काम नहीं करने दिया गया। उन्होंने कहा कि इस फ़ैक्ट्री के लगने से यहाँ के युवाओं को रोजगार मिलेगा। 

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को रफ़ाल डील पर फ़ैसला सुनाया था। इसके बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार पर कोर्ट को गुमराह करने का आरोप लगाया था। राहुल गाँधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में झूठी जानकारी दी है। इसके बाद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ग़लती को सुधारने के लिए शपथ पत्र दिया है। 

पीएम ने कहा, ‘कांग्रेस सरकारों का रवैया सेनाओं के प्रति ख़राब रहा है। इस रवैये के लिए देश उन्हें माफ़ नहीं करेगा।’ उन्होंने कहा कि बीजेपी के लिए दल से पहले देश है। पीएम मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार देशहित, राष्ट्रहित और जनहित को सर्वोपरि रखती है और यही उनकी सरकार के संस्कार हैं। पीएम मोदी ने सवाल पूछा कि करगिल युद्ध के बाद सेना ने आधुनिक विमानों की जरूरत बताई थी, कांग्रेस ने 10 साल राज किया लेकिन वायुसेना को मजबूत नहीं होने दिया, आख़िर किसके दबाव में कांग्रेस शांत बैठी रही?'।