केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के इस बयान पर कि देश में नौकरियों की कोई कमी नहीं है बल्कि उत्तर भारत के लोगों में योग्यता की कमी है, विपक्ष ने तीख़ा विरोध जताया है। विपक्ष का कहना है कि सरकार बेरोज़गारी दूर करने के बजाय योग्यता की कमी होने का बयान दे रही है, जो बेहद शर्मनाक है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने संतोष गंगवार और सरकार को घेरा है। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि मंत्री जी, 5 साल से ज़्यादा समय से आपकी सरकार है और इसमें नौकरियाँ पैदा नहीं हुईं। प्रियंका ने कहा कि जो नौकरियाँ थीं वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देश में छाई आर्थिक मंदी आदि की गंभीर समस्या के संबंध में सरकार के मंत्रियों के हास्यास्पद बयानों के बाद यह कहना कि रोजगार की कमी नहीं बल्कि योग्यता की कमी है यह अति-शर्मनाक है और इसके लिए मंत्री को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए।
बता दें कि केंद्र सरकार में श्रम और रोज़गार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, ‘मैं यह कहना चाहता हूँ कि देश में नौकरियों का कोई अकाल नहीं है, बहुत रोज़गार है। मैं इसी मंत्रालय को संभाल रहा हूँ और हर दिन के हालात पर नज़र रखता हूँ। हमारे पास रोज़गार देने के लिए रोज़गार दफ़्तर हैं और हमने इसके लिए अलग से भी व्यवस्था की है। हमारा मंत्रालय हालात पर नज़र रख रहा है।’
गंगवार ने आगे कहा, ‘जो लोग हमारे उत्तर भारत में नौकरियां देने के लिए आते हैं, वे इस बात का सवाल कर देते हैं कि जिस पद के लिए वे रख रहे हैं उसकी क्वालिटी का व्यक्ति हमें कम मिलता है।’
गंगवार का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश भर में अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर ख़राब ख़बरें आ रही हैं। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से 10 लाख नौकरियाँ जा चुकी हैं, इसके अलावा हीरा उद्योग से भी नौकरियाँ जाने की ख़बर है। देश की आर्थिक विकास दर गिरकर 5 फ़ीसदी पर पहुँच गई है और सबसे चिंताजनक बात यह है कि बेरोज़गारी की दर पिछले 45 साल में सबसे ज़्यादा हो गई है।