श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल किए गए कई हथियार बरामद: पुलिस

08:07 pm Nov 24, 2022 | सत्य ब्यूरो

दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को श्रद्धा वालकर की हत्या में कथित तौर पर आफताब पूनावाला द्वारा इस्तेमाल किए गए कई हथियार बरामद किए हैं। इसने कहा है कि शव को टुकड़े करने में इस्तेमाल किए गए 5 चाकुओं को बरामद किया गया है।

एक रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने ये हथियार आरोपी आफताब के घर और महरौली वन क्षेत्र से ढूंढे हैं। आरोपी ने कथित तौर पर श्रद्धा के शरीर के टुकड़े कर फेंक दिया था। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा कि उन्हें अभी तक वह आरी नहीं मिली है जिसका कथित तौर पर श्रद्धा के शरीर के टुकड़े करने के लिए इस्तेमाल किया गया था।

आफताब अमीन पूनावाला ने अपने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा को इस साल 18 मई को मार डाला था। उसने उसके शरीर को 35 टुकड़े कर दिए थे। रिपोर्ट है कि वह कभी शेफ के रूप में प्रशिक्षित था और मांस काटने में माहिर था। आफताब ने उसके शरीर पर मांस काटने वाले चाकू का इस्तेमाल किया था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आफताब ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि बदबू नहीं आए इसलिए फ्रीज़ में स्टोर करने की तरकीब निकाली थी। 

आफताब ने 300 लीटर वाला एक नया फ्रिज खरीदा था। पकड़ा न जाए इसलिए एक-एक टुकड़े को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। वह हर रात 2 बजे बाहर टुकड़े लेकर बाहर निकलता था। सबूत नष्ट करने की उम्मीद में उसने उन टुकड़ों को आवारा जानवरों को भी खिलाया। ऐसा क़रीब 18 दिन तक चलता रहा।

आफ़ताब और श्रद्धा वालकर के बीच रिश्ते बेहद घनिष्ठ थे। घर छोड़कर लिव-इन में रह रहे थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार साल 2018-2019 में आफताब और श्रद्धा का रिश्ता शुरू हुआ था। लेकिन उनके परिवारों द्वारा विरोध करने के बाद वे दोनों पालघर से मुंबई शिफ्ट हो गए थे और साथ रहने लगे थे। बाद में वे दिल्ली में चले गए। 

आफताब और श्रद्धा ने इस साल महरौली के छतरपुर पहाड़ी इलाक़े में 15 मई को एक रूम का फ्लैट किराए पर लिया। यहीं पर 18 मई को वह हत्या हुई।

पुलिस ने कहा है कि आफताब ने पुलिस पूछताछ के दौरान अपना अपराध कबूल कर लिया लेकिन वह जांचकर्ताओं को गुमराह कर रहा था। वे लापता हथियार, वालकर के शरीर के अंगों और उनके खून से सने कपड़ों को बरामद करने के लिए दिल्ली, गुड़गांव और तीन अन्य राज्यों में छापेमारी कर रहे हैं।

बहरहाल, इसी हत्या में सबूत जुटाने में पुलिस जुटी हुई है। गुरुवार को दिल्ली पुलिस आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस लैब ऑफिस ले गई थी। पुलिस पहले पूनावाला को प्री-एनालिसिस टेस्ट के लिए ले गई थी, लेकिन बुखार की शिकायत के बाद जांच में देरी हुई। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने कहा है कि लाई डिटेक्टर टेस्ट या पॉलीग्राफ टेस्ट को पूरा होने में घंटों लगेंगे। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने कहा, 'हम परीक्षण शुरू करने से पहले व्यक्ति के स्वास्थ्य की जाँच करते हैं। उसके बाद, पॉलीग्राफ परीक्षण किया जाता है लेकिन हम ब्रेक लेते हैं ताकि शख्स तनाव या दबाव महसूस न करे।'