देश में कोरोना संकट और ऑक्सीजन की ख़पत बढ़ने के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने ऑक्सीजन के स्टॉक का जायजा लिया और इसके उत्पादन को बढ़ाने को कहा है। प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी दी गई कि ऑक्सीजन आपूर्ति और खपत के बीच के अंतर को पाटने के लिए सरकार द्वारा इसके आयात के प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने हाल ही में ऑक्सीजन विदेशों से आयात करने का फ़ैसला लिया है।
कोरोना की समीक्षा बैठक में कई मंत्रियों के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इसको लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसमें प्रधानमंत्री ने 12 राज्यों में 15 दिन के लिए अनुमानित ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा की। देश के 12 राज्यों- महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कोरोना संक्रमण से हालात ख़राब हैं और वहाँ ऑक्सीज़न की माँग बढ़ गई है।
पीएमओ के अनुसार, बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री को देश में उत्पादन क्षमता के बारे में भी बताया गया। पीएमओ ने कहा है, 'प्रधानमंत्री ने प्रत्येक संयंत्र की क्षमता के अनुसार ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाने का सुझाव दिया।'
बता दें कि सरकार ने गुरुवार को कहा था कि 100 नए अस्पतालों में PM-CARES फंड के तहत अपना ऑक्सीजन प्लांट होगा और अन्य 50,000 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन का आयात किया जाएगा। यह फ़ैसला ऐसे समय में आया है जब कई राज्यों के अस्पतालों ने ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी की शिकायतें की हैं।
ऑक्सीजन को लेकर उच्च स्तर पर ऐसा फ़ैसला तब लिया गया है जब देश में कोरोना संक्रमण के मामले अब लगातार दूसरे दिन 2 लाख से ज़्यादा आए हैं।
गुरुवार को 24 घंटे में देश में 2 लाख 17 हज़र 353 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। इससे एक दिन पहले बुधवार को 24 घंटे में 2 लाख 739 संक्रमण के मामले आए थे।
स्वास्थ्य विभाग ने आज गुरुवार के आँकड़े जारी किए। इसके अनुसार एक दिन में 1185 कोरोना मरीज़ों की मौत हो गई। अब तक देश भर में 1 लाख 74 हज़ार 308 लोगों की मौत हुई है। चिंता की बड़ी बात यह है कि सक्रिय मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार को 15 लाख 69 हज़ार से ज़्यादा सक्रिय मामले हैं।
सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र में गुरुवार को 61,695 नए मामले आए हैं और 349 लोगों की मौत हुई है। बीते दिन संक्रमण का आँकड़ा 58,952 था और 278 लोगों की मौत हुई थी।
उत्तर प्रदेश में गुरुवार को 22,439 नए मामले दर्ज किए गए और इस दौरान 114 लोगों की मौत हुई। दिल्ली में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 16,699 मामले सामने आए और 112 लोगों की मौत हुई। राज्य में संक्रमण की दर बढ़कर 20.22% हो गयी है, जो अब तक सबसे ज़्यादा है।
बता दें कि कोरोना संक्रमण इस बार बेहद तेज़ी से फैल रहा है। आँकड़े चौंकाते हैं। 4 अप्रैल को पहली बार एक दिन में 1 लाख से ज़्यादा केस आए थे और 14 अप्रैल को एक दिन में 2 लाख से ज़्यादा केस हो गए। इसे कितनी रफ़्तार से फैलना कहेंगे! भारत में पिछले साल 30 जनवरी को पहली बार कोरोना संक्रमण का मामला आया था। हर रोज़ संक्रमण के मामले घटते-बढ़ते रहे, लेकिन पहली बार एक दिन में एक लाख से ज़्यादा केस आने में 1 साल दो महीने लगे। यानी क़रीब 425 दिन। हर रोज़ अब एक लाख से दो लाख के पहुँचने में सिर्फ़ दस दिन लगे।