भारत ने जी-20 को और समावेशी बनाया, यह लोगों की प्रेसिडेंसी है: पीएम

02:23 pm Aug 27, 2023 |

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत ने जी-20 को और ज्यादा समावेशी मंच बनाया है। उन्होंने कहा कि भारत के निमंत्रण पर ही अफ्रीकी यूनियन भी जी-20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज़ दुनिया के इस अहम मंच तक पहुंची।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश के 60 शहरों में इससे जुड़ी करीब-करीब 200 बैठकों का आयोजन किया गया। जी-20 के प्रतिनिधिमंडल जहां भी गए, वहां लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जी-20 की हमारी अध्यक्षता, लोगों की अध्यक्षता है, जिसमें जनभागीदारी की भावना सबसे आगे है।' प्रधानमंत्री मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 104वें एपिसोड में बोल रहे थे।

कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सितम्बर का महीना भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि अगले महीने होने जा रही जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि जी -20 शिखर सम्मेलन के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी।

इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 40 देशों और कई वैश्विक संगठनों के प्रमुख राजधानी दिल्ली आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत के जी-20 की अध्यक्षता संभालने के बाद बहुत कुछ हुआ है। पीएम ने कहा, 'जब से भारत ने पिछले साल बाली में जी20 की अध्यक्षता संभाली है, बहुत कुछ ऐसा हुआ है जो हमें गर्व से भर देता है। दिल्ली में बड़े आयोजनों की परंपरा से हटकर हम इसे देश के अलग-अलग शहरों में ले गए। देश के 60 शहरों में इससे जुड़ी क़रीब 200 बैठकें आयोजित की गईं।'

पीएम मोदी ने कहा, 'जी20 की हमारी अध्यक्षता जनता की अध्यक्षता है जिसमें जनभागीदारी की भावना सबसे आगे है। इसे लेकर देश भर में हो रहे आयोजनों से 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग किसी न किसी रूप में जुड़े हुए हैं।' जी20 आयोजनों में जनता की भागीदारी के कुछ उदाहरण साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'वाराणसी में आयोजित जी20 क्विज में 800 स्कूलों के 1.25 लाख छात्रों की भागीदारी एक नया विश्व रिकॉर्ड बन गया।'

उन्होंने कहा, 'मैं सभी देशवासियों से जी20 शिखर सम्मेलन को सफल बनाने और देश का गौरव बढ़ाने के लिए एक साथ आने का आग्रह करता हूं।'

पीएम मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में भारत के चंद्रमा मिशन- चंद्रयान-3 के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'चंद्रयान की सफलता ने जश्न के इस माहौल को कई गुना बढ़ा दिया है। चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचे तीन दिन से ज्यादा हो गए हैं। यह सफलता इतनी भव्य है कि इसके बारे में जितनी भी चर्चा की जाये वह अपर्याप्त होगी।'

उन्होंने कहा, '23 अगस्त को भारत और भारत के चंद्रयान ने साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चंद्रमा पर भी उगते हैं। मिशन चंद्रयान नए भारत की भावना का प्रतीक बन गया है, जो जीत सुनिश्चित करना चाहता है, और यह भी जानता है कि किसी भी स्थिति में कैसे जीतना है।'

यह कहते हुए कि महिलाओं की अतिरिक्त शक्ति से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है, पीएम ने कहा, 'भारत का मिशन चंद्रयान भी महिला शक्ति का एक जीवंत उदाहरण है। इस पूरे मिशन में कई महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर सीधे तौर पर शामिल रही हैं। उन्होंने विभिन्न प्रणालियों के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, प्रोजेक्ट मैनेजर जैसी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं। भारत की बेटियां अब अनंत माने जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं। जब किसी देश की बेटियां इतनी महत्वाकांक्षी हो जाएं तो उस देश को विकसित बनने से कौन रोक सकता है?'

पीएम मोदी ने कहा, 'मैं कामना करता हूं कि भविष्य में भी हमारा अंतरिक्ष क्षेत्र सामूहिक प्रयासों से इसी तरह अनगिनत सफलताएं हासिल करेगा।'