कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज मंगलवार को संसद में अडानी मुद्दे को लेकर सरकार पर जबरदस्त हमला बोला। राहुल ने कहा कि देश में एयरपोर्ट से लेकर सेब तक में एक ही शख्स की चर्चा है। राहुल ने कहा कि आखिर पीएम मोदी का अडानी समूह से क्या लिंक है। राहुल ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए अडानी पर अपना हमला केंद्रित रखा। राहुल ने कहा -
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पहले पीएम मोदी अडानी के विमान में सफर करते थे अब अडानी मोदी जी के विमान में सफर करते हैं। यह मामला पहले गुजरात का था, फिर भारत का हो गया और अब अंतरराष्ट्रीय हो गया है। अडानी ने पिछले 20 सालों में और इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए बीजेपी को कितना पैसा दिया?
-राहुल गांधी, कांग्रेस, 7 फरवरी 2023, संसद में
राहुल गांधी ने अडानी मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा-
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2022 में, श्रीलंका बिजली बोर्ड के अध्यक्ष ने श्रीलंका में संसदीय समिति को सूचित किया कि उन्हें राष्ट्रपति राजपक्षे ने बताया कि उन पर पीएम मोदी द्वारा अडानी को पवन ऊर्जा परियोजना देने के लिए दबाव डाला गया था। यह भारत की विदेश नीति नहीं, अडानी के कारोबार के लिए नीति है।
-राहुल गांधी, कांग्रेस सांद, 7 फरवरी 2023, लोकसभा में
राहुल गांधी ने पीएम की ऑस्ट्रेलिया यात्रा और फिर अचानक अडानी को एसबीआई कर्ज मिलने पर सवाल किया-
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पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से, एसबीआई ने अडानी को 1 बिलियन डॉलर का ऋण दिया। फिर वह बांग्लादेश जाता है और फिर बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड अडानी के साथ 25 साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर करता है।
-राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद, 7 फरवरी 2023, लोकसभा में
राहुल गांधी ने अडानी को मिले रक्षा ठेकों के बारे में लोकसभा में सवाल किया -
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अडानी ने कभी ड्रोन नहीं बनाया। एचएएल और भारत की अन्य कंपनियां ऐसा करती हैं। लेकिन उसके बावजूद पीएम मोदी इस्राइल जाते हैं और अडानी को ठेका मिल जाता है। अब, अडानी के पास रक्षा क्षेत्र में शून्य अनुभव है। कल पीएम ने एचएएल में कहा कि हमने (कांग्रेस) ने राफेल पर गलत आरोप लगाए। लेकिन असल में एचएएल का 126 विमानों का ठेका अनिल अंबानी के पास गया।
-राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद, 7 फरवरी 2023, लोकसभा में
अडानी एयरपोर्ट
देश के कई एयरपोर्ट इस समय अडानी के पास है। इनको ठेके पर अडानी को देने की बड़ी चर्चा रही है। राहुल ने वो सवाल भी उठाया।
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एक नियम है जिसके पास हवाई अड्डों का पूर्व अनुभव नहीं है वह हवाई अड्डों के विकास में शामिल नहीं हो सकता है। इस नियम को बदल दिया गया और अडानी को छह हवाई अड्डे दिए गए। उसके बाद भारत के सबसे लाभदायक हवाई अड्डे 'मुंबई एयरपोर्ट' को GVK से CBI, ED जैसी एजेंसियों का उपयोग करके अपहरण कर लिया गया और भारत सरकार द्वारा अडानी को दे दिया गया।
-राहुल गांधी, सांसद, 7 फरवरी, 2023, लोकसभा में
मोदी-अडानी रिश्ता
पीएम मोदी अडानी समूह के कारण चर्चा में रहते हैं। हालांकि कारोबारी गौतम अडानी कह चुके हैं कि उन्हें पीएम मोदी से कभी कोई फेवर (फायदा) नहीं मिला। अडानी ने कहा था कि गुजरात में मोदी जी के कार्यकाल में जिस तरह बाकी उद्योगपति फले-फूले वैसे ही अडानी समूह को भी फायदा मिला। लेकिन मोदी जी से अलग से कोई फायदा नहीं मिला। लेकिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज मंगलवार को संसद में अडानी की उस सफाई की धज्जियां उड़ा दीं। राहुल ने कहा -
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रिश्ते कई साल पहले शुरू होते हैं जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे... एक व्यक्ति पीएम मोदी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा था, वह पीएम के प्रति वफादार था और उसने मोदी को एक वायब्रेंट गुजरात के विचार के निर्माण में मदद की। असली जादू तब शुरू हुआ जब 2014 में पीएम मोदी दिल्ली पहुंचे। अब कश्मीर, हिमाचल के सेब से लेकर बंदरगाहों, हवाईअड्डों और यहां तक कि जिन सड़कों पर हम चल रहे हैं, सिर्फ अडानी की बात हो रही है। तमिलनाडु, केरल से लेकर हिमाचल प्रदेश तक हम हर जगह एक ही नाम 'अडानी' सुनते आ रहे हैं। पूरे देश में सिर्फ 'अडानी', 'अडानी', 'अडानी' हैं... लोग मुझसे पूछते थे कि अदानी किसी भी बिजनेस में आता है और कभी फेल नहीं होता। युवाओं ने हमसे पूछा कि अडानी अब 8-10 क्षेत्रों में है और 2014 से 2022 तक उसकी कुल संपत्ति 8 बिलियन डॉलर से 140 बिलियन डॉलर तक कैसे पहुंच गई।
- राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद, 7 फरवरी 2023, लोकसभा में
- इससे पहले सदन की कार्यवाही दोपहर बाद फिर से शुरू हुई। वायनाड से कांग्रेस सांसद ने भारत जोड़ो यात्रा के अपने अनुभव बताना शुरू किया। उन्होंने बताया कि रास्ते में उन्हें लोग मिले और बताया कि अग्निपथ स्कीम से वो लोग खुश नहीं हैं। राहुल ने कहा कि मुझे रिटायर्ड आर्मी अफसरों ने कहा कि लगता है राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने यह स्कीम सरकार पर थोपी है। राहुल ने बताया कि भारत में नफरत के माहौल के खिलाफ निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा अपना संदेश देने में सफल रही।
- राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में कहा कि यह बहुत अफसोस की बात है कि राष्ट्रपति के संबोधन में महंगाई और बेरोजगारी जैसे शब्दों का कोई जिक्र नहीं था।
संसद में मंगलवार सुबह शुरुआत हंगामे से हुई। दोनों सदन पहले दोपहर 12 बजे तक स्थगित किए गए। जब दोपहर में सदन फिर बैठा तो राज्यसभा में हंगामा हो गया। विपक्षी सांसद नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए। इस पर राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। लेकिन लोकसभा चलती रही। पिछले तीन दिनों से संसद के दोनों सदन हंगामे की भेंट चढ़ रहे थे। सरकार ने सोमवार देर रात कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों से बात इस संबंध में बात की और सदन चलाने का अनुरोध किया। हालांकि विपक्ष ने आज मंगलवार सुबह 10 बजे अपनी रणनीति तय की और अडानी समूह के स्कैम की जांच को लेकर कई ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के नोटिस दिए थे। इनमें कांग्रेसी सांसदों की संख्या ज्यादा थी। हालांकि बीजेपी संसदीय दल की भी बैठक भी हुई, जिसमें विपक्ष को लेकर रणनीति बनाई गई। इस बैठक में पीएम मोदी भी मौजूद थे।
पीटीआई को सूत्रों ने बताया था कि अडानी मुद्दे पर तीन दिनों के व्यवधान के बाद, संसद मंगलवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो सकती है। क्योंकि सरकार ने विपक्ष से संपर्क साधा है। सदन की कार्यवाही जब शुरू हुई तो ऐसा ही लगा कि आज मंगलवार को शांति रहेगी। लेकिन राज्यसभा में उपसभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा में स्पीकर ओम बिड़ला ने जैसे ही अपना भाषण खत्म किया, विपक्षी सांसदों ने अपने-अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। ये सारे प्रस्ताव अडानी समूह को लेकर थे। जब दोनों सदनों में मना कर दिया गया तो शोरशराबा होने लगा। सदन को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोमवार को दोनों सदनों को दिनभर के लिए स्थगित किए जाने के बाद जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए विपक्षी दलों के सदन के नेताओं के साथ बैठक की थी।
जोशी और मेघवाल ने कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय और डीएमके के टीआर बालू सहित अन्य नेताओं से मुलाकात की।
बैठकों के दौरान, नेताओं का विचार था कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी चाहिए। विपक्षी दलों सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए मंगलवार को संसद के सामान्य रूप से चलने की संभावना है।
संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग को लेकर सोमवार को विपक्षी दलों ने दोनों सदनों में अडानी समूह के मुद्दे पर लगातार तीसरे दिन कार्यवाही ठप कर दी थी।
इस मुद्दे पर विपक्ष के विरोध के कारण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किए जाने के बाद से लोकसभा या राज्यसभा में बहुत कम कार्यवाही चली। बीजेपी सदस्यों ने कहा है कि निजी संस्थाओं के मामलों पर संसद में चर्चा नहीं की जा सकती है और विपक्षी दल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के दौरान इस मुद्दे को उठा सकते हैं।
सूत्रों ने कहा कि विपक्ष के कई नेताओं का मानना है कि धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अडानी मुद्दे को उठाना बेहतर होगा, हालांकि, कुछ लोग व्यवधान जारी रखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना जवाब देते समय सरकार इस बात पर भी अपना होमवर्क कर रही है कि इस मुद्दे पर कैसे प्रतिक्रिया दी जाए।