नूपुर की जान को खतरा, अज्ञात के खिलाफ FIR, गिरफ्तारी का दबाव भी बढ़ा

06:33 pm Jun 06, 2022 | सत्य ब्यूरो

बीजेपी से निलंबित नेता नूपुर शर्मा की जान को खतरे की एफआईआर दिल्ली पुलिस ने दर्ज कर ली है। यह एफआईआर नूपुर शर्मा की ओर से खुद अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराई गई है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि पैगंबर मुहम्मद पर उनकी टिप्पणी पर उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है।

नूपुर को बीजेपी ने रविवार को निलंबित कर दिया था क्योंकि एक टीवी शो के दौरान उनकी टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया था। खाड़ी देशों ने पैगंबर पर उनकी टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी।

नूपुर शर्मा ने रविवार को ट्विटर पर एक माफीनामा पोस्ट करते हुए कहा कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और लोगों से उसका पता सार्वजनिक नहीं करने का आग्रह किया। बीजेपी ने उनका जो निलंबन पत्र जारी किया था, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उसमें नूपुर का पता था।

बीजेपी ने रविवार को नूपुर शर्मा को जांच लंबित रहने तक निलंबित किया था। पार्टी ने कहा कि उन्होंने कई मामलों पर पार्टी की स्थिति के विपरीत विचार व्यक्त किए हैं। खाड़ी देशों के दबाव के बाद नूपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई हुई। उनके ही मुद्दे पर यूपी के कानपुर में उनकी टिप्पणी को लेकर हिंसा भड़की।

खाड़ी क्षेत्र के देशों - सऊदी अरब, कतर, बहरीन - और ईरान ने नूपुर की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। कतर और बहरीन ने भी भारतीय दूत को तलब किया और निराशा व्यक्त की। दोनों देशों ने शर्मा के खिलाफ बीजेपी की कार्रवाई का भी स्वागत किया है।

गिरफ्तारी के लिए दबाव

सरकार पर नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का दबाव बढ़ता जा रहा है। बीएसपी प्रमुख मायावती ने यह मांग जोरशोर से उठाई है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि देश में सभी धर्मों का सम्मान जरूरी। किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल उचित नहीं। इस मामले में बीजेपी को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए। केवल उनको सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत जेल भेजना चाहिए।

इसी तरह एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की है। ओवैसी ने कहा कि बीजेपी इस मामले में लीपापोती कर रही है। जब नूपुर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है तो उनकी गिरफ्तारी को क्यों रोका जा रहा है।