हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के एक आरोपी को पुलिस ने मंगलवार 22 अगस्त को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मार दी। यह मुठभेड़ नूंह जिले के तावड़ू इलाके में हुई। आरोपी आमिर के सिर पर 25,000 रुपये का इनाम था और उसके खिलाफ लूटपाट और हत्या से संबंधित कई मामले दर्ज थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी आमिर तावड़ू के अरावली पहाड़ में छिपा था। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, उन्होंने इलाके को घेर लिया। आरोपी ने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी और जब वो गिर गया तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि हथियार के नाम पर उसके पास एक कट्टा (देसी पिस्तौल) बरामद हुआ है।
मेवात के नूंह शहर में 31 जुलाई को उस समय हिंसा भड़क उठी थी, जब वीएचपी और बजरंग दल वहां के नलहर मंदिर से जलाभिषेक यात्रा निकाल रहे थे। इस दौरान बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ हुई। यह हिंसा फौरन ही गुड़गांव, फरीदाबाद, पलवल, सोहना में फैल गई।समुदाय विशेष के कई धर्मस्थलों को जला दिया गया। हालांकि इस हिंसा की साजिश में बिट्टू बजरंगी और मोनू मानेसर का नाम प्रमुखता से आया था। पुलिस ने बिट्टू बजरंगी को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन मोनू मानेसर अभी भी गिरफ्त से बाहर है, जबकि वो दोहरी हत्या में भी आरोपी है। बहरहाल, इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने इस हिंसा के लिए समुदाय विशेष के लोगों की गिरफ्तारियां शुरू कीं। पुलिस ने करीब 1200 मकानों, बिल्डिंगों को यह कहकर गिरा दिया कि इनके आरोपी हिंसा में शामिल थे। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने नूंह में बुलडोजर अभियान रोकने का आदेश देते हुए कहा था कि आप (स्टेट) इस तरह जातीय सफाया (Ethnic Cleansing) नहीं कर सकते। हाईकोर्ट की जिस बेंच ने यह टिप्पणी की थी उस बेंच को बाद में बदल दिया गया।
पुलिस इससे पहले भी तावड़ू में ही दो आरोपियों को एनकाउंटर में गिरफ्तार कर चुकी है। इस तरह नूंह हिंसा के कथित आरोपी एनकाउंटर के दौरान ही पुलिस गिरफ्तार कर पा रही है।
आरोपी पुलिस के हवाले
एक तरफ तो एनकाउंटर के दौरान आरोपी पकड़े जा रहे हैं तो दूसरी तरफ पुलिस की अपील गांव के लोग कुछ आरोपियों को पुलिस के हवाले भी कर रहे हैं। नूंह हिंसा के सिलसिले में वांछित पांच आरोपियों को पुलिस और प्रशासन की बार-बार अपील के बाद सिंगार गांव के निवासियों ने पुलिस को सौंप दिया था। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनसे पूछताछ की गई। रविवार की रात सिंगार के पूर्व सरपंच हनीफ, अल्ताफ, इब्राहिम चौधरी, तय्यब, पूर्व चेयरमैन, सकीट और अन्य ग्रामीण बिछोर थाने पहुंचे और जुबेर, सलमान, अंसार, रफीक और अबू बकर नाम के पांच आरोपियों को पुलिस को सौंप दिया।
नूंह हिंसा के बाद आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी है। जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया के साथ 262 गांवों के प्रमुख लोगों के साथ शांति बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए बैठकें की हैं कि आरोपी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दें।
इस बीच, नूंह हिंसा मामले में अब तक 61 एफआईआर दर्ज की गईं और 280 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और एक को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक ने आम जनता से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की और कहा कि पुलिस अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निपटेगी।