देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और तिरंगे से जुड़ी कुछ जानकारियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा ट्वीट करने पर कांग्रेस ने इसका तीखा जवाब दिया है।
हुआ यूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर कहा कि 1947 में आज के ही दिन हमारे राष्ट्रीय ध्वज को अंगीकार किया गया था और वह हमारे तिरंगे से जुड़ी समिति की जानकारी और पंडित नेहरू द्वारा पहला तिरंगा फहराए जाने की कुछ जानकारी आम लोगों के साथ साझा कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज, हम उन सभी लोगों के महान साहस और प्रयासों को याद करते हैं, जिन्होंने स्वतंत्र भारत के लिए एक ध्वज का सपना उस वक्त देखा था, जब हम औपनिवेशिक शासन से लड़ रहे थे।
लेकिन कांग्रेस ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि जिन लोगों ने पहले आजादी के आंदोलन और फिर 52 साल तक तिरंगे से दूरी बनाए रखी, आज वे तिरंगे के अस्तित्व को खंडित कर रहे हैं।
कांग्रेस ने आगे कहा कि इस सच को देश जानता है- अब चाहे भाजपा जितने ढोंग कर ले, जनता उनको देशभक्त तो क्यों ही माने?
तिरंगा न फहराने का आरोप
बता दें कि बीजेपी के मातृ संगठन आरएसएस पर यह आरोप लगता है कि उसने अपने मुख्यालय नागपुर में देश की आजादी के 52 साल बाद तक भी तिरंगा नहीं फहराया था। हालांकि इस पर विवाद होने के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने साल 2018 में एक कार्यक्रम में कहा था कि संघ के सभी स्वयंसेवक तिरंगे के सम्मान के साथ जुड़े हैं। बताना होगा कि संघ की शाखाओं में भगवा ध्वज को गुरु मानकर उसे ही प्रणाम किया जाता है।
हर घर तिरंगा अभियान
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ा एक ट्वीट कर यह बताया कि वह इस अभियान को मिल रहे समर्थन से बेहद खुश हैं। उन्होंने @MyGovIndia के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट को रिट्वीट करते हुए यह बात लिखी। इस ट्वीट के साथ जारी किए गए वीडियो में कहा गया है कि आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव में हर दिल देश प्रेम से रंगा है और हम सब मिलकर हर घर में तिरंगा फहराएं।
वीडियो में नए भारत के निर्माण की अलख जगाने और हर शहर हर गांव हर घर में तिरंगा फहराने की अपील की गई है।
बता दें कि 15 अगस्त, 2022 को आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं। इसे आजादी का अमृत महोत्सव के नाम से बड़े पैमाने पर मनाया जा रहा है।