कोरोना: मोदी बोले- कुछ हफ़्तों में तैयार हो जाएगी वैक्सीन

04:28 pm Dec 04, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

कोरोना महामारी के बीच सभी लोग वैक्सीन आने का इंतजार कर रहे हैं। वैक्सीन लोगों तक कैसे पहुंचेगी, किन लोगों को मिलेगी, इसका भंडारण और तमाम बुनियादी बातों पर मोदी सरकार भी लगातार मंथन कर रही है। 

केंद्र सरकार की ओर से शुक्रवार को इस संबंध में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। बैठक में मोदी ने कहा कि आज हम वैक्सीन के नजदीक पहुंच चुके हैं और हमें राज्य सरकारों का सहयोग चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया की नज़र कम क़ीमत वाली वैक्सीन पर है और इस वजह से कई देश भारत की ओर देख रहे हैं। 

प्रधानमंत्री ने हाल ही में अहमदाबाद के जाइडस बायोटेक पार्क, हैदराबाद की भारत बायोटेक और पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट का दौरा कर वैज्ञानिकों से मुलाक़ात की थी और वैक्सीन को लेकर क्या तैयारियां हैं, इस बारे में जाना था। 

सर्वदलीय बैठक के बाद मोदी ने कहा, ‘भारत में 8 ऐसी संभावित वैक्सीन हैं, जो ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं। एक्सपर्ट्स ये मानकर चल रहे हैं कि अगले कुछ हफ़्तों में वैक्सीन आ जाएगी। जैसे ही वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलेगी, टीकाकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा।’ 

वैक्सीन किसे मिलेगी इसे लेकर देश भर में चर्चा हो रही है। इसे लेकर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘केंद्र सरकार राज्य सरकार से मिले सुझावों के आधार पर काम कर रही है और इसमें कोरोना के इलाज में जुटे फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ क्षेत्र के वर्कर्स और इस वायरस से जूझ रहे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।’ 

‘दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क’

मोदी ने कहा, ‘भारत के पास वैक्सीन डिस्ट्रिब्यूशन और टीकाकरण के लिए दुनिया का सबसे बड़ा और अनुभवी लोगों का नेटवर्क है। जो अतिरिक्त कोल्ड चेन और लॉजिस्टिक्स की ज़रूरत पड़ेगी, उसका राज्य सरकारों के साथ मिलकर आकलन किया जा रहा है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वैक्सीन की क़ीमत कितनी होगी, इसे लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं और केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ इस मुद्दे पर भी बात कर रही है। 

मोदी ने कहा कि भारत उन देशों में है, जहां हर दिन टेस्टिंग ज़्यादा हो रही है और मृत्यु दर कम है। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों ने मिलकर कोरोना के ख़िलाफ़ इस जंग को बहुत बेहतर ढंग से लड़ा है। 

मोदी ने कहा कि फरवरी-मार्च के डर भरे माहौल से आगे निकलकर दिसंबर के विश्वास भरे वक़्त के बीच देश ने बड़ी लंबी यात्रा तय की है और इस दौरान दुनिया के कई देशों के लोगों का सहयोग किया है। सर्वदलीय बैठक में कई दलों के नेता मौजूद रहे और उन्होंने भी अपनी बात रखी। 

सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कुछ दिन पहले मोदी के साथ बैठक के बाद कहा था कि कोरोना वैक्सीन के आपात उपयोग के लाइसेंस के लिए सीरम इंस्टीट्यूट दो हफ़्ते के अंदर नियामक संस्था के सामने आवेदन करेगा। यह वैक्सीन ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राज़ेनेका कंपनी मिलकर तैयार कर रही है।