किसान आंदोलन और पेट्रोल-डीजल की क़ीमतों में लगी आग से जूझ रही मोदी सरकार को देश के युवाओं ने घेर लिया है। बीते तीन-चार दिनों से रोज़गार, परीक्षाओं के रिजल्ट न आने के मसले पर युवाओं ने ट्विटर पर मोदी सरकार निशाने पर लिया हुआ है। ट्विटर पर #मोदी_रोज़गार_दो, #modi_rojgar_do, #मोदी_मतलब_देश_चौपट और #cgl19marks हैशटैग पर लाखों ट्वीट हो रहे हैं। धुआंधार ट्वीट्स के चलते #modi_rojgar_do काफी घंटों तक 1 नंबर पर ट्रेंड करता रहा।
2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से 2 करोड़ रोज़गार देने का वादा किया था लेकिन 2018 में आई एनएसएसओ की रिपोर्ट से पता चला था कि देश में बेरोज़गारी पिछले 45 सालों में सबसे ज़्यादा हो गयी है।
सख़्त लॉकडाउन से गई नौकरियां
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन के कारण लाखों नौकरियां चली गईं। मोदी सरकार की इतने सख़्त लॉकडाउन के लिए ख़ासी आलोचना हुई क्योंकि मज़दूर, रेहड़ी लगाने वाले और अन्य छोटे काम-धंधे वाले लोग छह महीने तक कुछ नहीं कमा सके। फ़ैक्ट्रियां बंद रहीं और हज़ारों लोगों का रोज़गार छूट गया और बेरोज़गारी बेतहाशा बढ़ी।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी यानी सीएमआईई ने बताया था कि साल 2020 में मई से अगस्त के बीच 66 लाख प्रोफ़ेशनल्स को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा था। इनमें इंजीनियर, फ़िजिशियन, टीचर्स, सॉफ़्टवेयर इंजीनियर्स, एकाउंटेट्स, एनालिस्ट शामिल थे।
कल फिर कराएंगे ट्रेंड
#modi_rojgar_do हैशटैग के तहत ट्वीट करने वाले यूजर्स ने कहा है कि लोग 25 फरवरी को 11 बजे तैयार रहें और इस हैशटैग के तहत और ट्वीट किए जाएंगे।
कम्प्यूटर बेस्ट टेस्ट (सीबीटी) परीक्षा का रिजल्ट घोषित करने की मांग को लेकर युवाओं का कहना है कि परीक्षा को तीन महीने हो चुके हैं लेकिन अब तक मार्क्स अपलोड नहीं किए गए हैं।
इसके अलावा #cgl19marks हैशैटग पर ट्वीट करने वाले युवाओं का कहना है कि Combined Graduate Level Examination, 2019 का रिजल्ट अब तक जारी नहीं हुआ है।
युवाओं का साथ दे रहे लोगों का भी कहना है कि सीजीएल 2018 का रिजल्ट 850 दिन, सीएचएसएल 2018 का रिजल्ट 546 दिन, एमटीएस 2019 का रिजल्ट 498, सीजीएल 2019 का रिजल्ट 400 दिन बाद भी नहीं आया है।
उत्तर प्रदेश के हज़ारों युवा सरकार से प्राइवेट टीचर्स की भर्ती निकालने की मांग कर रहे हैं। युवाओं का कहना है कि लगभग 10 लाख छात्र हैं जो नौकरियों के इंतजार में हैं।
कुछ युवा योगी सरकार से बेहद आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश का प्रशिक्षु टीईटी, सीटीईटी पास करके बेरोजगार और भूखा घूम रहा है। उन्होंने सरकार को चेताया है कि अगर वह सत्ता में बने रहना चाहती है तो प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करे।
ग़ुस्सा समझे सरकार
सोशल मीडिया पर साफ दिख रहा है कि युवा बेहद गुस्से में हैं और वे सरकार को बख़्शने के मूड में बिलकुल नहीं हैं। 135 करोड़ की आबादी वाले देश में किसान धरने पर बैठे हैं, युवा रोज़गार मांग रहे हैं, बढ़ती महंगाई, गिरती अर्थव्यवस्था के कारण लोगों में ग़ुस्सा है और सोशल मीडिया पर लोग खुलकर अपने ग़ुस्से को जाहिर कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को किसानों की तरह युवाओं के सड़क पर उतरने से पहले ही इस ग़ुस्से को समझना चाहिए।