जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि उसने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों के मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गुरुवार को कहा कि इन आतंकियों ने एनआईए के दफ्तर और दिल्ली पुलिस के मुख्यालय की रेकी की थी और इनसे जुड़ी सूचनाओं को पाकिस्तान और सउदी अरब में बैठे अपने हैंडलर्स के साथ शेयर किया था।
पुलिस ने कहा है कि इन आतंकियों की पहचान पुलवामा के त्राल के रहने वाले सोहेल कादिर खंडे और पुलवामा के निकलोरा के रहने वाले सोहेल मुश्ताक के रूप में हुई है। इसके बाद इनके दो सहयोगियों की भी गिरफ़्तारी की गई है।
इनकी पहचान बासित बिलाल मकाया और नाईकू अहमद नसर के रूप में हुई है। इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि पूछताछ के दौरान इन आतंकियों ने बताया कि सऊदी अरब और पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर्स के निर्देशों पर वे कश्मीर के श्रीनगर में गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने कहा कि ये लोग 22 सितंबर को कश्मीर में एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या की वारदात में शामिल थे। इनके कब्जे से पिस्टल, गोलियां बरामद हुई हैं।
जम्मू-कश्मीर में कुछ महीने पहले लगातार कई बाहरी और स्थानीय लोगों की हत्या की गई थी। मरने वालों में उत्तर भारत के भी लोग शामिल थे।