'घुसपैठियों' के मुद्दे पर ममता ने अब बीजेपी को ही फँसा दिया?
क्या विपक्षी दलों पर घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाने वाली बीजेपी ही घुसपैठ करा रही है? अब तक अरविंद केजरीवाल ही बीजेपी पर दिल्ली में घुसपैठियों को बसाने का आरोप लगा रहे थे, लेकिन अब पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने घुसपैठियों को देश में घुसाने का आरोप लगाया है। ममता ने आरोप लगाया है कि केंद्र बीएसएफ़ के माध्यम से घुसपैठियों को भारत में घुसने में मदद कर रहा है जिससे कि पश्चिम बंगाल को अस्थिर किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध घुसपैठियों को घुसाया जा रहा है और टीएमसी पर इसका आरोप मढ़ा जा रहा है। इन आरोपों पर बीजेपी ने कहा है कि ममता बनर्जी ही देश की एकमात्र नेता हैं जिन्होंने बीएसएफ़ की आलोचना की है और इसको गाली दी है।
भारत में घुसपैठियों को लेकर सच क्या है? क्या देश में अवैध तरीक़े से रह रहे घुसपैठियों का कोई आँकड़ा है? इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है? इन सवालों के जवाब से पहले यह जान लें कि आख़िर घुसपैठियों का यह ताज़ा विवाद क्यों सामने आया है और बीजेपी व टीएमसी एक-दूसरे के ख़िलाफ़ ऐसे आरोप क्यों लगा रही हैं।
टीएमसी और बीजेपी के बीच ताज़ा विवाद तब सामने आया है जब कुछ दिनों पहले ही पश्चिम बंगाल पुलिस ने अवैध तरीक़े से रह रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा। चार दिन पहले ही उत्तर 24 परगना के बागदा से पुलिस ने जिस एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया था वह पिछले 2 साल से भारत में रह रहा था। पुलिस ने यह भी कहा कि उसने फर्जी नाम से भारतीय पहचान पत्र भी बना रखा था। उसी दिन असम पुलिस ने भी अंसारउल्ला बांग्ला टीम के एक और आतंकी को गिरफ्तार किया था।
इससे पहले पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने रविवार को बीएसएफ पर कई सवाव उठाए थे। उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश से घुसपैठ पर रोक लगाने की जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ की है। उन्होंने कहा, ‘बीएसएफ सीमा सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है, लेकिन इसके संचालन में कई खामियां हैं। हाल ही में कई लोग सीमा पार करके बंगाल में घुस आए थे, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई की और घुसपैठियों को गिरफ्तार कर संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया।'
और अब इसी बीच ममता बनर्जी ने केंद्र पर बड़ा आरोप लगाया है। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश सीमा की रक्षा करने वाली बीएसएफ बंगाल में घुसपैठ होने दे रही है और महिलाओं पर अत्याचार भी कर रही है। उन्होंने कहा, 'बीएसएफ बंगाल में विभिन्न क्षेत्रों से घुसपैठ की अनुमति दे रही है और महिलाओं पर अत्याचार कर रही है। टीएमसी सीमाओं की रक्षा नहीं कर रही है। सीमा हमारे हाथ में नहीं है, इसलिए अगर कोई टीएमसी पर घुसपैठ कराने का आरोप लगाता है, तो मैं बता दूं कि यह बीएसएफ की जिम्मेदारी है।'
प्रशासनिक बैठक के दौरान ममता बनर्जी की यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान के कुछ सप्ताह बाद आई है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि बांग्लादेश से घुसपैठ बंगाल में शांति को बाधित कर रही है।
ममता ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'लोग बीएसएफ इस्लामपुर, सीताई, चोपड़ा के रास्ते से प्रवेश कर रहे हैं, हमारे पास ख़बर है। आप विरोध क्यों नहीं कर रहे हैं? सीमा बीएसएफ के हाथ में है। अगर किसी को लगता है कि वे बंगाल में घुसपैठ कर रहे हैं और तृणमूल को बदनाम कर रहे हैं, तो उन्हें चेतावनी दी जानी चाहिए कि तृणमूल कांग्रेस ये काम नहीं करती है। बीएसएफ के गलत कामों का समर्थन करके तृणमूल को गाली न दें।'
ममता के इन आरोपों पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और ममता बनर्जी पर बीएसएफ़ का अपमान करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता अनिरबन गांगुली ने कहा, 'ममता बनर्जी एकमात्र नेता हैं जिन्होंने बीएसएफ की आलोचना की है और उसे गाली दी है। ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के साथ समस्या यह है कि बीएसएफ ने ड्रग्स और मानव और मवेशी तस्करी से जुड़े नापाक नेटवर्क पर कड़ी कार्रवाई की है, जो इस नेटवर्क के कुछ सरगना हैं। हम उन्हें बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए बीएसएफ के साथ सहयोग करने की सलाह देंगे।'
ममता बनर्जी के बीजेपी पर आरोपों के बाद आम आदमी पार्टी ने भी बीजेपी पर देश में घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'इससे तो लगता है कि केंद्र की बीजेपी सरकार जानबूझकर बांग्लादेश बॉर्डर से घुसपैठ करवा रही है। क्या केंद्र सरकार बांग्लादेश बॉर्डर से जानबूझकर घुसपैठ करवा रही है या बीजेपी सरकार बॉर्डर की सुरक्षा करने में नाकाम है?'
इस से तो लगता है कि केंद्र की बीजेपी सरकार जानबूझकर बांग्लादेश बॉर्डर से घुसपैठ करवा रही है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 2, 2025
क्या केंद्र सरकार बांग्लादेश बॉर्डर से जानबूझकर घुसपैठ करवा रही है या बीजेपी सरकार बॉर्डर की सुरक्षा करने में नाकाम है? https://t.co/CysPD8plEb
आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, 'या तो बीजेपी जानबूझकर देश में घुसपैठियों को बसा रही है या फिर केंद्र सरकार देश की सीमाओं को सुरक्षित करने में विफल रही है...।'
वैसे, क़रीब दस दिन पहले ही दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एक्स पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा रोहिंग्या प्रवासियों को ईडब्ल्यूएस फ्लैट दिए जाने के बारे में 2022 की पोस्ट के साथ आदेश की एक तस्वीर पोस्ट की थी। अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा था, 'एक तरफ भाजपा के नेता हैं, जो रोहिंग्या को बांग्लादेश से सीमा पार करवाकर दिल्ली लाते हैं और उन्हें दिल्लीवासियों के लिए ईडब्ल्यूएस फ्लैट और सुविधाएं देते हैं। दूसरी तरफ, दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार है जो यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है कि रोहिंग्या को दिल्लीवासियों का अधिकार न मिले।'
उन्होंने आगे कहा था, 'आज दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने सख्त आदेश पारित किया है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में किसी भी रोहिंग्या को प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि हम दिल्ली के लोगों के अधिकारों को छीनने नहीं देंगे।
एक तरफ़ भाजपा वाले हैं जो बांग्लादेश से बॉर्डर पार करवा कर रोहिंग्याओं को दिल्ली लाते हैं और दिल्ली वालों के हक़ के EWS फ्लैट और दिल्ली वालों के हक़ की सुविधाएँ उन्हें देते हैं।
— Atishi (@AtishiAAP) December 23, 2024
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार है जो हर संभव कदम उठा रही है कि दिल्ली वालों का हक… pic.twitter.com/lcwraYORLl
हालाँकि पुरी ने बाद में साफ़ किया था कि किसी भी रोहिंग्या प्रवासी को दिल्ली में घर नहीं दिया गया। गृह मंत्रालय ने पोस्ट के बाद अपनी स्थिति स्पष्ट की थी और कहा था कि उनके निर्वासन का मामला संबंधित देश के साथ उठाया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी एक्स पर कहा, 'हम किसी भी हालत में भाजपा को रोहिंग्या को दिल्ली में बसाने की अनुमति नहीं देंगे। हम उन्हें किसी भी हालत में दिल्ली के गरीबों के फ्लैट, रोजगार और सुविधाएं रोहिंग्या को देने की अनुमति नहीं देंगे।'
वैसे, टीएमसी और आप जैसे विपक्षी दलों ने बीजेपी पर ही घुसपैठ करने का आरोप लगाना तो अब शुरू किया है, लेकिन बीजेपी विपक्षी दलों पर यही आरोप तो लंबे समय से लगाती रही है। घुसपैठ को ही मुद्दा बनाकर गृहमंत्री अमित शाह ने एनआरसी और सीएए को सामने रखा था। इस पर काफ़ी विवाद हुआ था। बंगाल में बीजेपी के नेता खासकर घुसपैठ को मुद्दा बनाते रहे थे। कई बार वे दावा कर चुके हैं कि पूरे देश में क़रीब दो करोड़ मुसलमान घुसपैठिए मौजूद हैं, जबकि पश्चिम बंगाल में क़रीब एक करोड़।
चार साल पहले जब बंगाल बीजेपी के नेता दिलीप घोष ने दावा किया था कि भारत में कुल दो करोड़ मुसलमान घुसपैठिए हैं जिसमें से एक करोड़ पश्चिम बंगाल में हैं, तब बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने ही उन आँकड़ों को एक तरह से नकार दिया था। 2020 में राज्यसभा में इस बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में तत्कालीन गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा था कि पिछले तीन साल में ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से भारत में रह रहे बांग्लादेशियों की संख्या भारत में तक़रीबन 1 लाख 10 हज़ार है। उन्होंने कहा था कि ये ऐसे बांग्लादेशी हैं जो आए तो थे भारत में वीज़ा लेकर, लेकिन वीज़ा की तारीख़ निकल जाने के बाद भी भारत में अवैध तरीक़े से रह रहे थे।