यूक्रेन में रूस के संभावित हमले के बीच भारत सरकार ने यूक्रेन में रह रहे अपने नागरिकों से कहा है कि वे घबराएँ नहीं। इसने कहा है कि और भी उड़ानों की तैयारी की जा रही है। सरकार की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब इस तरह की शिकायतें आ रह हैं कि फ्लाइट के टिकट नहीं मिल पा रहे हैं।
फ्लाइट का टिकट लोग इसलिए भी चाह रहे हैं कि यूक्रेन में गहराते संकट के बीच भारत ने मंगलवार को यूक्रेन में अपने नागरिकों को अस्थायी रूप से देश छोड़ने पर विचार करने की सलाह दी है। कीव में भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा है कि यूक्रेन में मौजूदा स्थिति की अनिश्चितताओं को देखते हुए भारतीय नागरिक, विशेष रूप से ऐसे छात्र जिनका रहना ज़रूरी नहीं है, अस्थायी रूप से छोड़ने पर विचार कर सकते हैं। आज फिर से भारत ने इस संबंध में बयान जारी किया है।
इस बयान में भारत ने यूक्रेन में रहने वाले अपने नागरिकों से कहा है कि वे यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते तनाव के बीच लोगों को फ्लाइट टिकट नहीं मिलने की ख़बरों से घबराएँ नहीं।
यूक्रेन में भारत के दूतावास ने ट्वीट में कहा है कि वह लोगों को उड़ानें नहीं मिलने की ख़बरों से अवगत है, वे घबराएँ नहीं क्योंकि अधिक उड़ानों की योजना बनाई जा रही है। हालाँकि, दूतावास ने यह साफ़ नहीं किया कि वास्तव में अतिरिक्त उड़ानें कब चालू होंगी। इसमें कहा गया है कि जब इसकी पुष्टि की जाएगी तब इसका विवरण दूतावास द्वारा साझा किया जाएगा।
दूतावास ने कहा है कि 'भारत के दूतावास को यूक्रेन से भारत के लिए उड़ानों की अनुपलब्धता के बारे में कई अपीलें मिल रही हैं। इस संबंध में छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे घबराएँ नहीं, बल्कि भारत की यात्रा के लिए जल्द से जल्द उपलब्ध और सुविधाजनक उड़ानें बुक करें।' बयान में कहा गया है, 'वर्तमान में यूक्रेनी इंटरनेशनल एयरलाइंस, एयर अरबिया, फ्लाई दुबई, कतर एयरवेज आदि उड़ानें संचालित कर रही हैं।' दूतावास ने कहा कि निकट भविष्य में और अधिक उड़ानों की योजना बनाई जा रही है।
एक दिन पहले यानी मंगलवार को भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरियों को यूक्रेन छोड़ने के बारे में विचार करने की सलाह दी थी। इसने भारतीय नागरिकों से यूक्रेन में उनके ठिकाने के बारे में उन्हें सूचित करने का भी अनुरोध किया है। बयान में कहा गया था, 'भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि वे दूतावास को यूक्रेन में अपनी उपस्थिति की स्थिति के बारे में सूचित रखें ताकि दूतावास को उन तक पहुँचने में मदद मिल सके।'
बता दें कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर सैनिकों, टैंकों और युद्धक विमानों को तैनात किया है, जिससे आक्रमण की आशंका है। लेकिन अब रूस ने क्रीमिया में सैन्य अभ्यास ख़त्म करने की घोषणा की है और इसके साथ ही सैनिकों के यूक्रेन सीमा से वापस लौटने की ख़बर है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह घोषणा की है। समाचार एजेंसी एएफ़पी ने यह रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के अनुसार रूसी रक्षा मंत्रालय ने क्रीमिया छोड़ने वाले रूसी सैन्य उपकरणों और बलों का एक वीडियो साझा किया है।
ये वे रूसी सैनिक हैं जो यूक्रेन की सीमा पर तैनात बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों का हिस्सा थे। रिपोर्टों में कहा गया था कि रूस यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी कर रहा है और इसलिए उसने बेलारूस, क्रीमिया और पश्चिमी रूस में एक लाख से ज़्यादा सैनिक तैनात कर दिए हैं। हालाँकि रूस ने यूक्रेन में किसी हमले की आशंका से इनकार किया।
रूस के रक्षा मंत्रालय का यह ताजा बयान तब आया है जब एक दिन पहले ही यानी मंगलवार को इसने कहा था कि उसके कुछ सैनिक अपने घरेलू ठिकानों पर लौट रहे हैं। इसे यूक्रेन संकट को लेकर बरकरार तनाव को कम करने के तौर पर देखा गया।
हालाँकि, मंगलवार को रूस की घोषणा को पश्चिमी देशों ने संदेह की नज़र से देखा और कहा कि सैनिकों की वापसी की अभी पुष्टि नहीं की जा सकती है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की संभावना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक टेलीविज़न संबोधन में कहा कि सैनिकों की वापसी की ख़बरें असत्यापित हैं और यूक्रेन को घेरने वाले रूसी सैनिकों की संख्या 1,00,000 से 1,50,000 तक है।