कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले अब भारत में 200 हो गए हैं। इनमें से सबसे ज़्यादा केस दिल्ली और महाराष्ट्र में हैं। दोनों राज्यों में 54-54 पॉजिटिव केस आए हैं। देश में आए कुल मामलों में से 77 या तो ठीक हो गए हैं या फिर प्रवास पर कहीं चले गए हैं।
महाराष्ट्र में फिलहाल ओमिक्रॉन के 26 सक्रिय मामले हैं। दिल्ली में नये वैरिएंट के 42 मामले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में ओमिक्रॉन के ताज़ा हालात पर बयान जारी किया है। इसने ट्वीट कर कहा है कि अब तक देश के 12 राज्यों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं।
दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा तेलंगाना में 20, कर्नाटक में 19, राजस्थान में 18, केरल में 15, गुजरात में 14, उत्तर प्रदेश में 2 और आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु व पश्चिम बंगाल में 1-1 मामले सामने आए हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में ओमिक्रॉन के सक्रिय केस फ़िलहाल नहीं हैं। इन राज्यों के मरीज या तो ठीक हो गए हैं या फिर प्रवास पर चले गए हैं।
ओमिक्रॉन पर ज़्यादा चिंता इस बात को लेकर है कि एक शोध में कहा गया है कि यह डेल्टा से भी 70 फ़ीसदी ज़्यादा तेज़ी से फैलता है। यह वैरिएंट क़रीब 100 देशों में फैल चुका है। जबकि इस संक्रमण का सबसे पहला मामला 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में आया था। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इससे पहले किसी भी वैरिएंट को इस रफ़्तार से फैलते हुए नहीं देखा गया है। डब्ल्यूएचओ इस बात को लेकर चिंतित है कि लोग ओमिक्रॉन को यह कहकर खारिज कर रहे हैं कि इसके लक्षण बेहद हल्के हैं और ऐसा करके हम इसे कम करके आँक रहे हैं।
दुनिया भर में तेज़ी से फैलते इस नये वैरिएंट की वजह से नये सिरे से चिंताएँ पैदा हो गई हैं। यूरोप के कुछ हिस्सों में ओमिक्रॉन के तेजी से फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन जैसे उपाए किए जा रहे हैं। ऑस्ट्रिया में भी लॉकडाउन लगाया गया है और बेल्जियम में टीका न लगवाने वालों पर पाबंदियां लगाई गई हैं। नीदरलैंड में रविवार को लॉकडाउन लगाया गया और क्रिसमस से पहले कई और देशों में कोरोना प्रतिबंध लगाए जाने की आशंका है।
ब्रिटेन में 37 हज़ार से ज़्यादा ओमिक्रॉन के मामले आ चुके हैं और दूसरे वैरिएंट के भी रिकॉर्ड पॉजिटिव केस आ रहे हैं।
अमेरिका में कोरोना के कुल नए मामलों में से 73.2% मामले ओमिक्रॉन के हैं। अमेरिका के उत्तर पश्चिम प्रशांत, दक्षिण और मध्य पश्चिम के कुछ हिस्सों में तो कुल नए मामलों के 90 फ़ीसद इस वैरिएंट के हैं। व्हाइट हाउस की ओर से बताया गया है कि उनके स्टाफ़ का एक शख़्स भी कोरोना पॉजिटिव हुआ है और वह तीन दिन पहले 30 मिनट तक बाइडन के आसपास था। हालांकि बाइडन की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।