भारत की आजादी को 75 साल पूरे हो गए हैं और देश आज 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर देश भर में तिरंगा फहराया जा रहा है और लोगों में जबरदस्त उत्साह है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से सुबह 7.30 बजे तिरंगा फहराया। यह 9वां मौका रहा, जब उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित तमाम मंत्रियों और नेताओं ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस शुभकामनाएं दी हैं।
लाल किले से लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देशवासियों ने उपलब्धियां हासिल की हैं, पुरुषार्थ किया है, हार नहीं मानी है और संकल्पों को ओझल नहीं होने दिया है। मोदी ने कहा कि हमारे देश के भीतर कितना बड़ा सामर्थ्य है, एक तिरंगे झंडे ने दिखा दिया है।
संबोधन की बड़ी बातें-
- भारत लोकतंत्र की जननी है। भारत ने साबित कर दिया है कि उसके पास एक अनमोल क्षमता है और अपनी 75 साल की यात्रा के दौरान देश ने कई चुनौतियों का सामना किया है।
- चाहे वो आजादी की लड़ाई लड़ने वाले हों या राष्ट्र का निर्माण करने वाले- डॉ. राजेंद्र प्रसाद, नेहरू जी, सरदार पटेल, एसपी मुखर्जी, एलबी शास्त्री, दीनदयाल उपाध्याय, जेपी नारायण, राम मनोहर लोहिया, विनोबा भावे, नानाजी देशमुख, सुब्रमण्यम भारती।
- कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले बापू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाबा साहेब आंबेडकर, वीर सावरकर के हम आभारी हैं। आज उन्हें याद करने और नमन करने का वक्त है।
- कोरोना के कालखंड में दुनिया वैक्सीन लेने या न लेने की उलझन में जी रही थी। उस समय हमारे देश में लोगों ने 200 करोड़ डोज लेकर दुनिया को चौंका देने वाला काम किया।
- आजादी के इतने दशकों बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। विश्व, भारत की तरफ गर्व और अपेक्षा से देख रहा है। दुनिया समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर खोजने लगी है।
- देश के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं - पहली चुनौती - भ्रष्टाचार। दूसरी चुनौती - भाई-भतीजावाद, परिवारवाद। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना है।
- अगर इस देश के सामने करोड़ों संकट हैं, तो इतने ही समाधान भी हैं। मेरा 130 करोड़ देशवासियों पर भरोसा है। निर्धारित लक्ष्य के साथ, संकल्प के प्रति समर्पण के साथ जब 130 करोड़ देशवासी आगे बढ़ते हैं, तो हिंदुस्तान 130 कदम आगे बढ़ जाता है।
- पिछले 8 वर्षों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के द्वारा आधार, मोबाइल जैसी आधुनिक व्यवस्थाओं का उपयोग करते हुए, गलत हाथों में जाने वाले 2 लाख करोड़ रुपये को बचाकर उन्हें देश की भलाई में लगाने में हम कामयाब हुए हैं।
इस मौके पर लाल किले को स्वतंत्रतता सेनानियों की तस्वीरों से सजाया गया है। दिल्ली और लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी रखी गई है। संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर फूल चढ़ाए।