मूसलाधार बारिश ने एक और राज्य में लोगों की जान ले ली है। आंध्र प्रदेश में जबरदस्त बारिश हो रही है और इसमें अब तक 17 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है जबकि 100 से ज़्यादा लोग लापता हैं। चेन्नई में बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण 14 लोगों की मौत हो गई थी जबकि राज्य के कई इलाक़ों में अभी भी जोरदार बारिश हो रही है और मौतों का सिलसिला जारी है। कर्नाटक में भी बीते एक हफ़्ते से लगातार बारिश हो रही है और इससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
उत्तराखंड ने बीते महीने बारिश की आपदा को झेला था, जिसमें 80 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी और बड़े पैमाने पर जान-माल का नुक़सान हुआ था।
आंध्र प्रदेश में चित्तूर, कडपा, कुरनूल और अनंतपुर जिले बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं। इन जिलों में गुरुवार से लगातार बारिश हो रही है। तिरूमाला और तिरूपति में भी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है।
कडपा जिले में शुक्रवार को हुई भारी बारिश के बाद 3 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 लोग लापता हैं। कडपा एयरपोर्ट को 25 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है।
कई जगहों पर सड़कें टूटी
आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के कादिरी कस्बे में 3 बच्चों और एक महिला की मौत हुई है। कई जगहों पर लोग बाढ़ में फंस गए हैं। आपदा प्रबंधन की टीमें जोर-शोर से राहत और बचाव कार्य के काम में जुटी हैं। बाढ़ के कारण कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं। रेल और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
9 लोगों की मौत
तमिलनाडु के वेल्लोर में भारी बारिश के कारण एक दीवार गिर गई और इसकी चपेट में आने से 9 लोगों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में 4 बच्चे भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये देने का एलान किया है।
कुछ दिन पहले उत्तरी चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपेट, कांचीपुरम, रानीपेट, विल्लुपुरम और कुड्डालोर जिलों में भी बारिश हुई थी।
हफ़्ते भर से बारिश
मौसम विभाग ने कर्नाटक के बेंगलुरू में मंगलवार सुबह तक बारिश के जारी रहने का अनुमान जताया है। कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की बात भी कही गई है। राज्य में एक हफ़्ते से लगातार बारिश हो रही है।
मैसूर इलाक़े में भारी बारिश के कारण 1994 घर टूट गए हैं और 500 हेक्टेयर फसल को नुक़सान हुआ है। शहरी व ग्रामीण इलाक़ों में सड़कें टूट गई हैं। कई स्कूलों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी नुक़सान पहुंचा है।
उत्तराखंड: 7 हज़ार करोड़ का नुक़सान
उत्तराखंड में भी अक्टूबर में हुई भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है। कई लोगों ने अपनों को खोया तो कई के घर, दुकान आपदा की भेंट चढ़ गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि बारिश की वजह से राज्य को 7 हज़ार करोड़ का नुक़सान हुआ है। इस साल सितंबर-अक्टूबर में दिल्ली में भी सामान्य से ज़्यादा बारिश हुई।