दिल्ली पुलिस द्वारा ट्रैक्टर परेड यानी ट्रैक्टरों की रैली को मंजूरी दिए जाने के बीच किसानों ने कहा है कि तीन नहीं बल्कि 9 जगहों से ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। हालाँकि पुलिस ने इससे पहले रविवार सुबह तीन रूटों पर ही रैली की मंजूरी दी थी। इस पर किसानों ने आपत्ति की थी। इसके बाद पुलिस और किसान नेताओं के बीच बातचीत चली। दिल्ली पुलिस की तरफ़ से कोई बयान तो नहीं आया लेकिन किसान नेताओं ने इस पर बयान जारी किया। किसान नेताओं ने सोमवार शाम को कहा कि ट्रैक्टर रैली नौ जगहों से निकाली जाएगी।
किसान नेताओं की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में योगेंद्र यादव ने कहा कि सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर के अलावा दिल्ली में ही धाँसा बॉर्डर और चिल्लर बॉर्डर से भी किसान रैली निकालेंगे। शाहजहांपुर, मशानी बराज, पलवल और सुनेड़ा बॉर्डर से भी किसान रैली निकालेंगे। उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर की परेड में 20-25 राज्यों की झाँकी भी दर्शायी जाएगी।
बता दें कि किसानों की इस ट्रैक्टर रैली को लेकर कई दिनों तक असमंजस की स्थिति बनी रही क्योंकि दिल्ली पुलिस इसको मंजूरी नहीं दे रही थी। बाद में वह कोर्ट में भी गई, लेकिन कोर्ट ने पुलिस को ही इस पर निर्णय करने के लिए कहा। इसके बाद रविवार को ही आधिकारिक तौर पर ट्रैक्टर रैली को मंजूरी दी। हालाँकि जो रूट तय हुआ उसको लेकर किसानों ने आपत्ति जताई। इसके बाद किसान नेताओं के साथ दिल्ली पुलिस ने बैठक की और गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर उसने नई ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने रविवार को आधिकारिक तौर पर कहा था कि किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली गणतंत्र दिवस समारोह ख़त्म होने के बाद शुरू होगी।दिल्ली पुलिस के अनुसार 3 रूट पर ट्रैक्टर रैली को मंजूरी दी गई थी। सिंघु, टिकरी और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और यहीं से अलग-अलग ट्रैक्टर रैलियाँ निकलेंगी। रविवार को जारी पुलिस के रूट के अनुसार यह थी योजना-
सिंघु बॉर्डर के किसानों के लिए रूट
- प्रदर्शन करने वाले किसान के लिए संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, कंजावाला, बवाना, औचंडी बॉर्डर और केएमपी एक्सप्रेसवे होगा।
- इस रूट पर कुल मिलाकर क़रीब 62 किलोमीटर की दूरी तय होगी। बाद में रैली वापस यहीं आकर ख़त्म होगी।
टिकरी बॉर्डर के किसानों के लिए रूट
- किसानों की रैली नांगलोई, नजफ़गढ़, झरोड़ा और केएमपी एक्सप्रेसवे तक जाएगी।
- इसमें किसान क़रीब 64 किलोमीटर की दूरी तय कर पाएँगे। रैली वापस टिकरी बॉर्डर पर लौट जाएगी।
ग़ाज़ीपुर बॉर्डर के किसानों के लिए रूट
- किसानों की ट्रैक्टर रैली 56 फुट रोड, अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड से केजीपी एक्सप्रेसवे तक जा सकेगी।
- इसमें किसान क़रीब 46 किलोमीटर की दूरी तय कर पाएँगे। बाद में वे ग़ाज़ीपुर बॉर्डर वापस लौट आएँगे।
किसान क्या बोले-
- 'मिंट' की रिपोर्ट के अनुसार, किसान मज़दूर संघर्ष समिति के प्रतिनिधि एसएस पंधेर ने घोषित मार्गों से अलग मंजूरी मिलने पर नाराज़गी जताई।
- किसान यूनियनों ने ओल्ड रिंग रोड पर जाने की योजना बनाई थी, लेकिन उस हिस्से को सौंपा गया जो बड़े पैमाने पर हरियाणा में आता है।
- किसान यूनियनों और दिल्ली पुलिस के बीच सोमवार सुबह 10 बजे बैठक में भी कोई बीच का रास्ता नहीं निकल सका। किसानों ने पुलिस से अपने प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
- ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर रैली अक्षरधाम धाम मंदिर तक जानी है, लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिली है।
- मूल मार्ग यह तय था कि गाजीपुर से ट्रैक्टरों को अप्सरा सीमा के लिए आनंद विहार की ओर जाना था। लेकिन अनुमति नहीं मिली तो पुलिस ने टिकैत से बात की, पर बनी नहीं।
किसानों की तैयारी
- किसान नेताओं ने ट्रैक्टर मार्च में भाग लेने वालों से 24 घंटे के लिए पर्याप्त राशन लेने और यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि रैली शांतिपूर्ण रहे।
- एक किसान नेता के अनुसार, यह सुनिश्चित करने के लिए लगभग 3,000 स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है कि परेड शांतिपूर्ण रहे और कोई अप्रिय घटना न हो।
- समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक किसान नेता के हवाले से ख़बर दी है कि किसी को कोई हथियार लेकर नहीं जाना चाहिए और न ही शराब पीनी चाहिए। भड़काने वाले बैनरों की अनुमति नहीं है।
- किसान नेताओं के अनुसार, प्रति ट्रैक्टर केवल पाँच लोगों को अनुमति दी जाएगी और किसी भी आपराधिक गतिविधि को विफल करने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
किसान हज़ारों ट्रैक्टर में सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर पहले से ही बैठे हैं और 26 जनवरी के लिए कई क्षेत्रों से ट्रैक्टर में भरकर किसान आ रहे हैं।
- मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रैक्टर परेड के दौरान बेहतर समन्वय के लिए प्रत्येक विरोध स्थल पर एक वार रूप स्थापित किया गया है। इन सभी कमरों में डॉक्टर, सुरक्षाकर्मी, और सोशल मीडिया मैनेजर सहित 40 सदस्य होंगे।
- संयुक्त किसान मोर्चे के एक सदस्य ने कहा कि किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति के लिए मार्ग के किनारे लगभग 40 एम्बुलेंस तैनात रहेंगी।
कहाँ से आ रहे हैं ट्रैक्टर
- किसान नेताओं ने 24 जनवरी को कहा था कि ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने के लिए 500 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का एक समूह अमृतसर और फगवाड़ा, होशियारपुर और पंजाब के अन्य स्थानों से दिल्ली की ओर रवाना हो गया है।
- विभिन्न जाति परिषदों के गांवों से 24 जनवरी को हजारों वाहनों में राष्ट्रीय राजधानी के लिए रैली में शामिल होने के लिए निकल गए थे।
- मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, खाप प्रमुख टेकराम कंडेला ने कहा कि दिल्ली में 'ट्रैक्टर परेड' के लिए कंडेला खाप के तहत आने वाले गांवों के क़रीब 1,500 ट्रैक्टर निकल गए हैं।
हरियाणा में यातायात निर्देश
- हरियाणा में अधिकारियों ने अगले कुछ दिनों में दिल्ली की ओर अनावश्यक यात्रा नहीं करने की सलाह जारी की है।
- हरियाणा पुलिस ने कहा कि 25 से 27 जनवरी के दौरान करनाल और रोहतक से दिल्ली की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही में व्यवधान होगा।