बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि के बाद उनके संपर्क में आये सभी लोग बेहद परेशान हैं। इन लोगों के संपर्क में आये लोगों में भी हड़कंप मचा हुआ है। 18 मार्च को दुष्यंत सिंह राष्ट्रपति भवन में एक ब्रेकफ़ास्ट कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान के कई सासंदों से मिले थे। इन लोगों में पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौर, मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा और बॉक्सर से सांसद बनीं मैरी कॉम शामिल हैं।
इसके बाद राष्ट्रपति ने भी अपने सभी कार्यक्रम और मुलाक़ातों को रद्द कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि वे उन सभी लोगों को ट्रैक कर रहे हैं जिनसे दुष्यंत कनिका के साथ पार्टी में शामिल होने के बाद मिले हैं।
लेकिन दुष्यंत को लेकर दिक्कत इतनी ही नहीं है। कनिका के साथ पार्टी में शामिल होने के बाद दुष्यंत जितनी जगहों पर गये हैं, वहां-वहां तक खलबली है। क्योंकि यह माना जा रहा है कि जिन लोगों ने दुष्यंत के साथ कुछ खाया-पिया, हाथ मिलाया, उठे-बैठे, इस वायरस का संक्रमण वहां तक फैल गया होगा।
दुष्यंत सिंह के संपर्क में आये कई सांसदों ने ख़ुद को क्वरेंटीन कर लिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, बीजेपी सांसद वरुण गांधी, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और कई अन्य लोगों ने ख़ुद को क्वरेंटीन कर लिया है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के सासंद संजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने भी ख़ुद को क्वरेंटीन कर लिया है।
यहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु का जिक्र करना ज़रूरी होगा क्योंकि सऊदी अरब के दौरे से लौटते ही उन्होंने ख़ुद को 14 दिन के लिये क्वरेंटीन कर लिया है। जबकि उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया था। इस तरह की जागरूकता सभी सांसदों और जनप्रतिनिधियों को अपनानी चाहिए। क्योंकि जनप्रतिनिधियों से दिन में कई लोग मिलते हैं और अगर कहीं कोई व्यक्ति संक्रमित होगा तो वायरस के फैलने का ख़तरा निश्चित रूप से ज़्यादा है।