लगातार कट्टरपंथियों के निशाने पर रहीं अभिनेत्री और तृणमूल सांसद नुसरत जहाँ को अब जान से मारने की धमकी मिली है। उनके द्वारा पारंपरिक परिधान में दुर्गा रूप धारण कर इंस्टाग्राम और ट्विटर पर फ़ोटो व वीडियो डालने के लिए यह धमकी दी गई। फ़िलहाल लंदन में फ़िल्म की शूटिंग कर रहीं नुसरत जहाँ ने इंग्लैंड में भारत के उच्चायुक्त से इसकी शिकायत की है और तुरंत सुरक्षा की माँग की है। उन्होंने विदेश मंत्रालय और पश्चिम बंगाल सरकार को भी इस बारे में जानकारी दी है।
वैसे, यह पहली बार नहीं है कि वह कट्टरपंथियों के निशाने पर आई हैं। पिछले साल अक्टूबर में दुर्गा पूजा में भाग लेने के लिए कट्टरपंथियों ने फ़तवा जारी किया था। इसी तरह से सिंदूर लगाने और मंगलसूत्र पहनने के लिए उनपर निशाना साधा गया था।
लेकिन अब जो ताज़ा मामला है वह ट्विटर और इंस्टाग्राम पर एक तसवीर और वीडियो शेयर करने को लेकर है। नुसरत जहाँ ने इंस्टाग्राम पर 17 सितंबर को एक तसवीर पोस्ट की थी और फिर ट्विटर पर उसका वीडियो पोस्ट किया था। इनमें वह पारंपरिक परिधान में दुर्गा के रूप में नज़र आ रही हैं। वीडियो की शूटिंग की जा रही है।
इनमें उनके दुर्गा के रूप में दिखने को लेकर ही कट्टरपंथी ग़ुस्से में हैं। उनका ग़ुस्सा इंस्टाग्राम, फ़ेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया पर दिख रहा है। नुसरत जहाँ ने भी सोशल मीडिया पर मिली धमकियों का हवाला दिया है।
क्या लिखा शिकायत में
नुसरत जहाँ ने मंगलवार को ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त गायत्री इस्सर कुमार को एक पत्र भेजा। 'टीओआई' के अनुसार, इस पत्र में उन्होंने लिखा, 'मुझे अपने सोशल मीडिया पेजों (यानी फ़ेसबुक/ इंस्टाग्राम/ ट्विटर आदि) के माध्यम से कुछ कट्टरपंथियों से मौत की धमकी मिली है, जो भारत और पड़ोसी देशों के हैं...। लंदन प्रवास के दौरान मुझे तत्काल पुलिस सुरक्षा की आवश्यकता है क्योंकि ख़तरा बहुत गंभीर है और यह मेरे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। कृपया मुझे लंदन में आवश्यक सुरक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करें।'
सोशल मीडिया से हटकर भी वह देवबंद के निशाने पर भी रही हैं। पिछले साल अक्टूबर में दुर्गा पूजा में शामिल होने पर उनकी आलोचना की गई थी। तब नुसरत जहाँ कोलकाता के दुर्गा पूजा पंडाल में अपने पति निखिल जैन के साथ गई थीं। नुसरत ने दुर्गा पूजा पंडाल में धार्मिक रिवाजों में हिस्सा लिया और डांस भी किया। लेकिन यह मुसलिम उलमाओं को रास नहीं आया और उन्होंने नुसरत के ख़िलाफ़ फ़तवा दे दिया था।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में स्थित दारूल उलूम देवंबद के उलमाओं ने कहा था कि नुसरत को अपना नाम और अपना धर्म दोनों बदल लेने चाहिए। एक उलमा ने कहा था, ‘वह इस तरह की प्रार्थनाओं में हिस्सा लेती रहती हैं और इसमें कुछ भी नया नहीं है। लेकिन इस्लाम में अल्लाह के सिवा किसी दूसरे ईश्वर की इबादत करने की इजाजत नहीं है और यह हराम है।’
बता दें कि उससे पहले जून 2019 में भी वह इसलिए चर्चा में थीं क्योंकि उनका संसद में शपथ लेने का वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा था। उसमें नुसरत ने माथे पर सिंदूर लगाया हुआ था और मंगलसूत्र भी पहना था। नुसरत का सिंदूर लगाना और मंगलसूत्र पहनना कट्टरपंथियों को काफ़ी अखर गया। उनके मुताबिक़, माथे पर सिंदूर लगाना और मंगलसूत्र पहनना पूरी तरह ग़ैर-इस्लामिक है।
उत्तर प्रदेश के देवबंद में स्थित जामिया-शेख़-उल-हिंद मदरसे के मुख्य मौलवी मुफ़्ती असद क़ाज़मी का कहना था कि वह इस तरह की शादी को मान्यता नहीं देते हैं। क़ाज़मी ने कहा था, ‘एक अभिनेत्री होने के नाते नुसरत ऐसे कई काम करती रही हैं, जो इस्लामिक क़ानून की नज़र में सही नहीं हैं लेकिन ये ऐक्टर्स जो करना चाहते हैं वह करते ही हैं। ऐसे में इन मुद्दों पर बात करने का कोई मतलब नहीं है। लेकिन अब उन्होंने एक ग़ैर मुसलिम से शादी की है और वह माथे पर सिंदूर लगाकर और गले में मंगलसूत्र पहनकर संसद में पहुँची हैं।’
क़ाज़मी ने कहा था कि एक मुसलिम को सिर्फ़ मुसलिम से ही शादी करनी चाहिए। हम ऐसी शादियों को मान्यता नहीं देते हैं। बता दें कि नुसरत ने कुछ समय पहले ही निखिल जैन से शादी की थी।