कोरोना के क़रीब 3 लाख केस, 2023 मौतें; एक दिन में सबसे ज़्यादा

10:35 am Apr 21, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

कोरोना संक्रमण के अब रिकॉर्ड क़रीब तीन लाख केस आ गए हैं। मंगलवार को एक दिन में 2 लाख 95 हज़ार 41 पॉजिटिव केस आए और 2023 लोगों की मौत हुई। यह एक दिन में सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। यह लगातार सातवाँ दिन है जब कोरोना पॉजिटिव केस के 2 लाख से ज़्यादा मामले आए हैं। 

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक दिन में 1 लाख 67 हज़ार से ज़्यादा लोग कोरोना से ठीक हुए। देश में अब तक 1 लाख 82 हज़ार 553 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 1 करोड़ 56 लाख से ज़्यादा लोग संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। इस मामले में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है। देश में सक्रिय मामले अब बढ़कर 21 लाख 57 हज़ार से ज़्यादा हो गए हैं। 

एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की शाम राष्ट्र के नाम संबोधन में राज्य सरकारों से कहा है कि वे लॉकडाउन को अंतिम विकल्प मान कर चलें, ऐसे कदम उठाएं, जिससे लॉकडाउन की ज़रूरत ही न पड़े। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन की कोई योजना नहीं है।  उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकारों को कंटेनमेंट जोन पर ध्यान देना चाहिए, कोरोना दिशा निर्देशों का पालन करवाना चाहिए, पर लॉकडाउन न लगाना पड़े, यह भी ध्यान में रखना चाहिए। राज्य सरकारों को लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही देखना चाहिए। 

प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को अंतिम विकल्प मानने की सलाह राज्य सरकारों को ऐसे समय दी है जब कुछ जगहों पर लॉकडाउन लगाया गया है और कुछ जगहों पर लगाने की बात चल रही है।

महाराष्ट्र सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य  है और वहाँ मंगलवार को 62,097 नये मामले आए। राज्य में कुल मामले अब 39.6 लाख से अधिक हो गए। 24 घंटे में संक्रमण से 519 और मरीजों की मौत हो गई। 

इस बीच दिल्ली में फिर से रिकॉर्ड संक्रमण के मामले आए। राजधानी में मंगलवार को 28 हज़ार 395 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। यह एक दिन में अब तक सबसे ज़्यादा आँकड़ा है।

दिल्ली में एक दिन पहले सोमवार को क़रीब 23 हज़ार मामले आए थे और 240 लोगों की मौत हुई थी। रविवार को रिकॉर्ड 24 हज़ार केस दर्ज किए गए थे। कई राज्यों में संक्रमण के रिकॉर्ड मामले आ रहे हैं। कर्नाटक में मंगलवार को 21,794 नये मामले आए और 149 लोगों की मौत हुई। राजस्थान में भी 12,201 संक्रमण के मामले आए। झारखंड में 4,969 नये मामले आए हैं। मध्य प्रदेश में 24 घंटे में 12,727 नये केस दर्ज किए गए। तमिलनाडु में 10,931 संक्रमण के मामले आए।

राजधानी दिल्ली में मंगलवार को 24 घंटे में 277 लोगों की मोतें हुईं। मंगलवार को 86 हज़ार से ज़्यादा जाँच की गई जिसमें से 32.82 फ़ीसदी लोग संक्रमित पाए गए। अब यहाँ सक्रिए कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 85 हज़ार से ज़्यादा हो गई है। 

राजधानी में इतने मरीज़ों के एक साथ आने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने लगी है। शहर के अस्पतालों में बेडों की काफ़ी ज़्यादा कमी है, दवाइयाँ कम पड़ रही हैं और ऑक्सीजन की भारी किल्लत चल रही है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'दिल्ली में गंभीर ऑक्सीजन संकट बना हुआ है। मैं फिर से केंद्र से आग्रह करता हूँ कि दिल्ली को तुरंत ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाए। कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन कुछ ही घंटे के लिए बची है।'

ऐसे हालात में ही दिल्ली में सोमवार को लॉकडाउन लगाने का फ़ैसला किया गया। यह सोमवार रात 10 बजे से एक हफ़्ते के लिए यानी अगले सोमवार की सुबह 6 बजे तक के लिए लागू होगा। राजस्थान, झारखंड और यूपी के कुछ ज़िलों में भी पहले लॉकडाउन की घोषणा की गई। 

अब महाराष्ट्र में लॉकडाउन की घोषणा आज हो सकती है। मौजूदा पाबंदियों से काबू में नहीं आता दिख रहे कोरोना को लेकर संपूर्ण लॉकडाउन की माँग बढ़ गई है। कई मंत्री भी 15 दिन के लिए लॉकडाउन की मांग कर रहे हैं। और इसी को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज घोषणा कर सकते हैं। आज का उनका संबोधन पहले से ही तय है। 

बुधवार को होने वाली घोषणा से पहले मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी जिसमें कोरोना की स्थिति और मौजूदा पाबंदियों का जायजा लिया गया था। 

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, 'सभी मंत्रियों ने कल शाम 8 बजे से राज्य में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा करने का अनुरोध किया है। कैबिनेट ने पूर्ण लॉकडाउन के बारे में फ़ैसला लिया है। सीएम अंतिम घोषणा करेंगे।'

मंत्री और एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने और आवश्यक दवाओं और उपकरणों की खरीद के लिए 15-दिवसीय पूर्ण लॉकडाउन की आवश्यकता है। 

बता दें कि 13 अप्रैल को महाराष्ट्र में 15 दिनों के लिए कर्फ्यू जैसी पाबंदी लगाई गई है। धारा 144 लागू की गई और इस दौरान सिर्फ़ ज़रूरी सेवाएँ ही जारी रगीं। घोषणा की गई थी कि यह सख़्ती एक मई तक के लिए लागू रहेगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कोरोना संक्रमण को लेकर बन रहे हालात पर राज्य के लोगों को संबोधित किया था और कहा था कि महाराष्ट्र में कोरोना काबू से बाहर हो रहा है और उन्होंने कई लोगों से चर्चा की है लेकिन अब चर्चा का वक़्त निकल चुका है।