कोरोना से बचने के लिए अब भारत में 18 साल से ऊपर की उम्र के सभी लोगों को बूस्टर शॉट या प्रीकॉशन डोज लगने जा रही है। यह डोज 10 अप्रैल से लगनी शुरू होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को इसका एलान किया है।
मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे लोग जिन्हें दूसरी डोज लगने के बाद 9 महीने का वक्त गुजर चुका है, उन्हें यह बूस्टर शॉट दिया जाएगा। बूस्टर शॉट लेने के लिए लोगों को निजी टीकाकरण केंद्रों पर जाना होगा।
इस साल की शुरुआत में फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ऊपर के लोगों को भी एक अतिरिक्त डोज लगाई गई थी। इसके बाद 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों और फिर मार्च के महीने से 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाए जाने का काम सरकार ने शुरू किया था। अब तक बड़ी संख्या में बच्चों को भी वैक्सीन लग चुकी है।
हालांकि भारत में कोरोना के मामले बेहद कम हो गए हैं लेकिन दुनिया के कई देशों में कोरोना एक बार फिर पैर पसारता दिख रहा है। ऐसे में यह जरूरी है कि किसी भी तरह की लापरवाही ना की जाए और कोविड-19 से जुड़े नियमों का भी पूरा पालन किया जाए।
केंद्र सरकार ने 31 मार्च से कोरोना से जुड़े तमाम प्रतिबंधों को खत्म कर दिया था लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को अनिवार्य बनाए रखा गया है। लेकिन कई राज्य ऐसे हैं जिन्होंने मास्क की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। ऐसे राज्यों में दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना शामिल हैं।
185 करोड़ से ज़्यादा डोज
भारत वैक्सीन लगाने के मामले में बेहद रफ्तार के साथ काम कर रहा है और अब तक वैक्सीन की 185 करोड़ से ज्यादा डोज लग चुकी हैं जबकि देशभर में एक्टिव मामलों की संख्या सिर्फ़ 11,492 रह गई है। रिकवरी रेट भी बढ़कर 98.76% हो गया है।