कुंभ में आने के लिए 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य

10:15 am Mar 25, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

उत्तराखंड हाई कोर्ट ने बुधवार को दिए एक अहम फ़ैसले में कहा है कि हरिद्वार में चल रहे कुंभ के मेले में आने वालों को कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आना होगा। मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह रावत ने कुंभ को लेकर कुछ पाबंदियों को हटाने का एलान किया था लेकिन हाई कोर्ट ने उन्हें चेताया है। 

बीते दिनों में कोरोना के मामलों में आए बेतहाशा उछाल को देखते हुए हाई कोर्ट का यह फैसला अहम है। 

हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि वह कुंभ को लेकर तय किए गए नियमों को सख़्ती से लागू कराए और ऐसा नहीं होना चाहिए कि हरिद्वार का कुंभ मेला कोरोना के फैलने की जगह बन जाए। अदालत ने कहा कि कोविड नेगेटिव की रिपोर्ट के बिना किसी को भी हरिद्वार और ऋषिकेश कुंभ के मेले में नहीं आने दिया जाना चाहिए। 

जस्टिस राघवेंद्र सिंह चौहान और जस्टिस आलोक कुमार वर्मा की बेंच ने यह निर्देश कुंभ मेले को लेकर दायर पांच जनहित याचिकाओं की सुनवाई करते हुए दिए। बेंच ने अपने आदेश में कहा कि बीते कुछ दिनों से देश के कुछ इलाक़ों में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं और कुछ राज्यों ने आंशिक लॉकडाउन लगाना शुरू कर दिया है। 

बेंच ने कहा कि इससे यह साफ है कि हम फिर से इस महामारी का सामना करने वाले दौर में जा रहे हैं और इसलिए राज्य सरकार को बेहद सतर्क रहने की ज़रूरत है। 

अदालत ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि सभी घाटों के एंट्री प्वाइंट्स पर ऐसे लोग तैनात किए जाएं जो मेले में आने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग करें और इस बात को सुनिश्चित करें कि सभी ने मास्क पहना हो। 

इसके अलावा घाटों के नजदीक और मेले वाले इलाक़ों में डॉक्टर्स और नर्सेस के लिए कियोस्क भी बनाए जाने चाहिए और वहां पर भी वैक्सीन लगने की सुविधा भी होनी चाहिए जिससे ज़रूरत पड़ने पर वरिष्ठ नागरिकों को वैक्सीन लगाई जा सके। 

अदालत के सख़्त रूख़ को देखते हुए राज्य के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने अदालत से वादा किया कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का सख़्ती से पालन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसे सुनिश्चित करेगी कि कुंभ मेले में आने वाले लोगों को 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी। 

तीरथ सिंह रावत द्वारा महामारी नियंत्रण के नियमों में ढील का पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी विरोध किया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेज़ी से बढ़ने पर ध्यान दिलाया था और कहा था कि संक्रमण रोकने के कड़े उपाय ज़रूरी हैं।