भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या छह लाख के पार पहुँच गई है। आज सुबह ही यह संख्या 5 लाख 85 हज़ार के पार थी लेकिन दिन में संक्रमण के मामले आने के बाद यह संख्या 6,00,032 हो गई। इस बार 5 दिन में ही एक लाख संक्रमण के मामले हो गए। इससे पहले चार से पाँच लाख संक्रमण के मामले पहुँचने में छह दिन लगे थे। अब भारत में संक्रमित मामलों की संख्या रूस से क़रीब 50 हज़ार ही कम है। यानी जल्द ही रूस से भी आगे निकलकर भारत के तीसरे स्थान पर पहुँच जाने की आशंका है।
बुधवार को दिन में सिर्फ़ तीन राज्यों में ही, महाराष्ट्र में 5537, तमिलनाडु में 3882 और दिल्ली में 2442 नये मामले आ गए और संख्या छह लाख के पार हो गई। देश में क़रीब 90 फ़ीसदी संक्रमण के मामले सिर्फ़ दस राज्यों से हैं। ये राज्य हैं- महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक।
अब भारत में संक्रमण के मामले काफ़ी तेज़ी से आने लगे हैं। देश में संक्रमण बढ़ने की इस रफ़्तार को शुरुआत से देखें तो मामले लगातार बढ़ते हुए दिखते हैं। 30 जनवरी को पहला मामला आने के बाद 31 फ़रवरी तक सिर्फ़ 3 मामले थे। 24 मार्च को जब प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की घोषणा की थी तब सिर्फ़ 564 कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले थे। 31 मार्च तक क़रीब 1400 मामले आए थे। अप्रैल के आख़िर में यह संख्या बढ़कर क़रीब 35 हज़ार के पास पहुँच गई।
मई के आख़िर तक यह संख्या क़रीब 1 लाख 90 हज़ार हो गई थी। जून के आख़िर में क़रीब पाँच लाख 86 हज़ार हो गई और जुलाई के पहले दिन ही यह संख्या छह लाख को पार कर गई।
संक्रमण की रफ़्तार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहला मामला आने के बाद 1 लाख तक पहुँचने में 111 दिन लगे थे, लेकिन अब एक लाख केस बढ़ने में सिर्फ़ छह दिन लग रहे हैं। कोरोना संक्रमण के मामले 1 लाख से 2 लाख तक पहुँचने में सिर्फ़ 15 दिन लगे, दो लाख से 3 लाख पहुँचने में 10 दिन लगे, चार लाख पहुँचने में 8 दिन लगे और पाँच लाख पहुँचने में 6 दिन लगे।
सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले में भारत फ़िलहाल चौथे स्थान पर है। पहले स्थान पर अमेरिका है। वहाँ 27 लाख से ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं और 1 लाख 30 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौतें हुई हैं। इसके बाद ब्राज़ील दूसरे स्थान पर है जहाँ क़रीब 14 लाख से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और 59 हज़ार से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं। तीसरे स्थान पर रूस में 6 लाख 54 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं और 9500 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं।
बता दें कि पूरी दुनिया में संक्रमण के मामले एक करोड़ 6 लाख से ज़्यादा हो गए हैं। अब तक 5 लाख 14 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालाँकि ठीक होने वालों की संख्या 58 लाख से ज़्यादा हो गई है।