अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि भारत में कुछ जगहों पर स्थानीय इलाक़ों में कम्युनिटी स्प्रेड (सामुदायिक फैलाव) शुरू हो चुका है। गुलेरिया ने न्यूज़ चैनल आज तक से बातचीत में कहा, ‘अगर हम दुनिया के हिसाब से देखें तो हमारी स्थिति बेहतर है। लेकिन चिंता का विषय यह है कि कुछ जगहों पर हॉट स्पॉट बने हैं, इसलिये हमें आक्रामक रहने की ज़रूरत है क्योंकि कुछ जगहों पर कम्युनिटी स्प्रेड हो रहा है, हम उसे न फैलने दें।’
गुलेरिया ने कहा कि अगर हमने इन जगहों से वायरस को आगे फैलने से रोक लिया तो हम स्टेज 2 में ही रहेंगे और चिंता की कोई बात नहीं होगी। उन्होंने कहा कि भारत अभी स्टेज 2 और स्टेज 3 के बीच में है।
गुलेरिया ने कहा कि स्थानीय स्तर पर सामुदायिक फैलाव के मामले मुंबई में देखे गये हैं। उन्होंने कहा कि इस वजह से हमें और सतर्क रहने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि तब्लीग़ी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए और इन लोगों के संपर्क में आये दूसरे लोगों का पता लगाने की ज़रूरत है, जिससे इन्हें क्वरेंटीन किया जा सके।
एम्स के निदेशक ने बातचीत के दौरान कहा कि इस समय लोगों को डॉक्टर्स को सपोर्ट करने की ज़रूरत है। 21 दिनों के लॉकडाउन को आगे बढ़ाये जाने को लेकर डॉ. गुलेरिया ने कहा कि इस बारे में स्थिति 10 अप्रैल के बाद ही साफ होगी क्योंकि तब तक उनके पास काफी अहम जानकारियां आ चुकी होंगी। गुलेरिया ने कहा कि स्थिति को सामान्य होने में अभी समय लगेगा।
गुलेरिया ने कहा कि अगर हम लॉकडाउन का पूरी तरह पालन करेंगे तभी हम इस लड़ाई को जीत पायेंगे। उन्होंने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अब तक 132 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा 4200 से ज़्यादा हो चुका है।