संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है और इससे पहले रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के नहीं शामिल होने पर कांग्रेस ने तंज कसा है। संसद के सुचारू रूप से संचालन के लिए प्रधानमंत्री द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाने और आयोजित करने की प्रथा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "संसद के आगामी सत्र पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक अभी शुरू हुई है और प्रधानमंत्री हमेशा की तरह अनुपस्थित हैं। क्या यह 'असंसदीय' नहीं है?"
कांग्रेस नेता का 'असंसदीय' शब्द वाला तंज तब आया है जब हाल ही में संसद में कई शब्दों के 'असंसदीय' क़रार दिए जाने का मामला सामने आया है।
क़रीब चार दिन पहले ही लोकसभा सचिवालय ने 'जुमलाजीवी', 'बाल बुद्धि', 'कोविड स्प्रेडर' और 'स्नूपगेट', 'शर्मिंदा', 'दुर्व्यवहार', 'विश्वासघात' जैसे शब्दों के इस्तेमाल को लेकर एक पुस्तिका जारी की थी। भ्रष्ट', 'नाटक', 'पाखंड', और 'अक्षम' को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में "असंसदीय" के रूप कहा गया था।
इनके अलावा 'अराजकतावादी', 'शकुनि', 'तानाशाही', 'तानाशाह', 'जयचंद', 'विनाश पुरुष', खालिस्तानी और 'खून से खेती' को भी खत्म कर गया। असंसदीय के रूप में सूचीबद्ध शब्दों में 'अराजकतावादी', 'गदर', 'गिरगिट', 'गुंडे', 'घड़ियाली आंसू', 'अपमान', 'असत्य', 'अहंकार' भी शामिल हैं।
लोकसभा सचिवालय की एक पुस्तिका में कुछ शब्दों को 'असंसदीय' कहे जाने पर नाराजगी के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा था कि सदस्य अपने विचार व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं और संसद में किसी भी शब्द पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
बहरहाल, रविवार को सर्वदलीय बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पार्टियों से संसद का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया। मानसून सत्र के 12 अगस्त तक जारी रहने की संभावना है। कार्यक्रम के तहत 18 बैठकें होंगी और कुल 108 घंटे का समय होगा।
सर्वदलीय बैठक में बीजेपी के राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी, अर्जुन मेघवाल और मुरलीधरन शामिल हैं। कांग्रेस का प्रतिनिधित्व मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और जयराम रमेश ने किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से शरद पवार और सुप्रिया सुले, जनता दल यूनाइटेड से रामनाथ ठाकुर, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और अकाली दल से हरसिमरत कौर भी मौजूद रहे।