अपने बयानों के कारण अक्सर विवादों में रहने वाले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक और विवादित बयान दे दिया है। अय्यर नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ दिल्ली के शाहीन बाग़ में चल रहे धरने में शामिल होने पहुंचे थे।
शाहीन बाग़ में 15 दिसंबर, 2019 से महिलाएँ नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में धरने पर बैठी हैं। हर दिन कई राजनीतिक दलों के नेता, सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता इस धरने में शामिल होकर उन्हें समर्थन देते हैं। अय्यर भी मंगलवार को धरने में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने इस क़ानून के ख़िलाफ़ धरना दे रही महिलाओं की हौसला अफ़जाई की और इस क़ानून की आलोचना करते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से उन लोगों को किसी भी तरह की मदद देने के लिए तैयार हैं।
अय्यर ने आगे कहा, ‘जो भी क़ुर्बानियां देनी हों, उसमें मैं भी शामिल होने के लिए तैयार हूं। देखें कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस क़ातिल का।’ हालाँकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन इसे लेकर विवाद हो गया है।
अय्यर ने इसके बाद बीजेपी सरकार पर हमला बोला और कहा कि वह सबका साथ-सबका विकास का नारा देकर सत्ता में आई थी लेकिन वह सबका साथ-सबका विनाश सुनिश्चित करने में लगी हुई है। अय्यर ने लोगों से कहा कि आपने ही उन्हें प्रधानमंत्री बनाया है और आप ही उन्हें सिंहासन से उतार सकते हैं।
अय्यर के बयान पर बीजेपी ने तंज किया है और कहा है कि पाकिस्तान के आधिकारिक प्रतिनिधि मणिशंकर अय्यर दिल्ली के शाहीन बाग़ में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ चल रहे धरने में शामिल होने पहुंचे हैं। बीजेपी ने ट्वीट कर कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ अपने ब्रहमास्त्र का प्रयोग कर दिया है।
'चायवाला' और 'नीच आदमी'
अय्यर का विवादों से पुराना नाता रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'चायवाला' कहा था। अय्यर ने कहा था कि अगर मोदी एआईसीसी की बैठकों में चाय बेचेंगे तो वह उनका स्वागत करेंगे। 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले भी अय्यर के एक बयान को लेकर विवाद हुआ था, तब उन्होंने नरेंद्र मोदी को 'नीच आदमी' कहा था। अय्यर ने कहा था, ‘यह आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है, इसमें कोई सभ्यता नहीं है। ऐसे मौक़े पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है।’ अय्यर ने मोदी के नेहरू पर जुबानी हमला करने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए यह बयान दिया था। इसके बाद अय्यर को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था।
अय्यर ने 2018 में पाकिस्तान में कहा था, ‘हज़ारों लोग जिन्हें मैं नहीं जानता, वे लोग मुझे गले लगाते हैं। जो प्यार मुझे पाकिस्तान में मिलता है, उससे ज़्यादा दुश्मनी मुझे भारत में मिलती है।’
राहुल को भी नहीं बख़्शा
राहुल गाँधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नामांकन करने के बाद अय्यर ने इसकी तुलना मुग़ल शासन से कर दी थी। अय्यर ने कहा था कि जहांगीर के बाद शाहजहां राजा बने थे तब क्या चुनाव हुए थे और क्या तब चुनाव हुए थे जब शाहजहां के बाद औरंगजेब राजा बने थे। उनके इस बयान को बीजेपी ने लपक लिया था और प्रधानमंत्री मोदी ने एक रैली में चुटकी लेते हुए राहुल के अध्यक्ष बनने पर उन्हें ‘औरंगजे़ब शासन’ कहते हुए बधाई दी थी।
इससे पहले अक्टूबर में अय्यर ने कहा था कि कांग्रेस में केवल दो लोग ही अध्यक्ष बन सकते हैं, एक माँ और दूसरा बेटा। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले अय्यर ने बीजेपी से लड़ने के लिए राहुल गाँधी की क्षमता पर भी सवाल उठाया था।
शाहीन बाग़ में चल रहे प्रदर्शन के बाद दिल्ली के ही खुरेजी इलाक़े में और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भी इस क़ानून के ख़िलाफ़ महिलाएं धरने पर बैठ गई हैं। इसके अलावा देश के कई अन्य इलाक़ों में भी इस क़ानून के ख़िलाफ़ जोरदार प्रदर्शन हो रहा है।
अय्यर के विवादित बयानों से बीजेपी को सियासी फ़ायदा होता रहा है। अय्यर के ‘चायवाला’ के बयान के बाद बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था और उसे लोकसभा चुनाव में इसका फ़ायदा भी मिला था। मोदी कई मौक़ों पर मंच से अय्यर के ‘चायवाला’ और ‘नीच आदमी’ कहे जाने का जिक्र कर चुके हैं।