देश के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेन्स स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुँच चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनरल रावत को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शुक्रवार को विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, रक्षा सचिव और वायु सेना, नौसेना और सेना के चीफ ऑफ स्टाफ ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पालम हवाई अड्डे पर ही इस हादसे में मारे गए जनरल रावत व दूसरे लोगों के परिजनों से मुलाकात की।
3 शवों की पहचान
हादसे में मारे गए 13 लोगों में से सिर्फ तीन शवों की पहचान अब तक हो पाई है। जनरल रावत और उनकी पत्नी मधूलिका रावत और ब्रिगेडियर एल. एस. लिडर के शव की पहचान हो चुकी है। उनके शवों को अंतिम संस्कार के लिए परिवारों को सौंप दिया जाएगा। जब तक अन्य 10 की पहचान नहीं हो जाती, उन्हें आर्मी बेस अस्पताल के शव गृह में रखा जाएगा।
शुक्रवार को अंत्येष्टि
जनरल रावत और उनकी पत्नी के शवों को उनके परिवार, दोस्तों और जनता के अंतिम दर्शन के लिए उनके दिल्ली स्थित घर पर शुक्रवार सुबह 11 बजे से रखा जाएगा। अंत्येष्टि यात्रा दोपहर करीब दो बजे शुरू होगी। अंतिम संस्कार शाम चार बजे बरार स्क्वायर श्मशान घाट में निर्धारित किया गया है, ब्रिगेडियर लिडर का अंतिम संस्कार सुबह नौ बजे ही कर दिया जाएगा।
जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।