केंद्र सरकार ने गुरुवार को केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता यानी डीए 3 फ़ीसदी बढ़ा दिया है। उन कर्मचारियों के मूल वेतन में अब डीए बढ़कर 31 फ़ीसदी हो गया है। पेंशनभोगियों को भी महंगाई राहत यानी डीआर में बढ़ोतरी की गई है। केंद्र का यह फ़ैसला 1 जुलाई 2021 से प्रभावी होगा। डीए और डीआर बढ़ोतरी की घोषणा से क़रीब 47.14 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारियों और 68.62 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फ़ैसला किया गया। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इससे हर साल सरकारी खजाने पर 9488.74 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में साल में दो बार बढ़ोतरी होती है। हालाँकि, कोरोना की वजह से सरकार ने जनवरी 2020 से जून 2021 तक के तीन महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी को फ्रीज कर यानी रोक दिया था। जुलाई में सरकार ने इस रोक को हटा दिया था और कर्मचारियों को तब से 28 फ़ीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है।
केंद्र सरकार ने जनवरी 2020 में महंगाई भत्ता 4 फ़ीसदी बढ़ाया था। फिर जून 2020 में 3 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की गई थी और जनवरी 2021 में यह फिर से 4 फ़ीसदी बढ़ाया गया।
पिछले महीने यानी सितंबर में वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले व्यय विभाग ने एक ज्ञापन जारी किया था जिसमें कहा गया था कि केंद्र सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को नकद भुगतान और ग्रेच्युटी मिलेगी। इससे पहले केंद्र ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को दिए जाने वाले डीए और डीआर को 17 फ़ीसदी से बढ़ाकर 28 फ़ीसदी करने की मंजूरी दी थी।