पुलवामा हमले की पहली बरसी पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी के एक ट्वीट से घमासान छिड़ गया है। राहुल गाँधी ने ट्वीट कर तीन सवाल पूछे हैं। राहुल ने सीआरपीएफ़ जवानों की शहादत को याद करते हुए पहला सवाल पूछा है कि पुलवामा हमले से सबसे ज़्यादा फ़ायदा किसे हुआ, दूसरा सवाल यह कि हमले की जांच में अब तक क्या निकला है और तीसरा सवाल यह कि सुरक्षा की चूक के लिये बीजेपी की सरकार में अब तक किसे जिम्मेदार ठहराया गया।
राहुल का ट्वीट आते ही बीजेपी सामने आ गई। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल को जवाब देते हुए लिखा कि वह एक कायराना हमला था और यह कमेंट भी कायराना कमेंट है। राहुल के इस हमले से किसको फ़ायदा हुआ के सवाल पर पात्रा ने कहा, ‘राहुल क्या आप कभी फायदे से आगे भी सोच सकते हैं। बेशक नहीं। यह कथित गाँधी परिवार फायदों से आगे नहीं सोच सकता है। ये केवल भौतिक रूप से ही भ्रष्ट नहीं हैं बल्कि इनकी आत्माएं भी भ्रष्ट हैं।’
बीजेपी के दूसरे राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव भी सामने आये और उन्होंने राहुल गाँधी पर हमला बोला। राव ने ट्वीट कर कहा, ‘जब पूरा देश पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है तो आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद से सहानुभूति रखने वाले राहुल गाँधी ने न सिर्फ़ सरकार बल्कि सुरक्षा बलों को भी निशाने पर लिया है। राहुल कभी भी इस हमले के वास्तविक दोषी पाकिस्तान से सवाल नहीं पूछेंगे। तुम पर शर्म है राहुल।’
पिछले साल 14 फ़रवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 40 से ज़्यादा भारतीय जवान शहीद हो गये थे। इस हमले में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के आतंकवादी ने विस्फोटकों से भरी एक गाड़ी को सीआरपीएफ़ की एक बस से टकरा दिया था। यह विस्फोट इतना ज़ोरदार था कि सीआरपीएफ़ बस के टुकड़े-टुकड़े हो गए थे। यह बस सीआरपीएफ़ की 54वीं बटालियन की थी। पुलवामा के रहने वाले आतंकवादी आदिल अहमद डार ने इस घटना को अंजाम दिया था।