चार्ल्स शोभराज ने अपने जीवन में 12 हत्याएं की। चार्ल्स शोभराज की खूबी यह थी कि वह न केवल लोगों का विश्वास हासिल कर लेता था बल्कि उन्हें उसके लिए कुछ भी करने के लिए राजी कर लेता था। चार्ल्स शोभराज को इंसानी स्वभाव को बहुत बेहतर समझ थी और उसने अपने आकर्षक व्यक्तित्व से लोगों और हालात को अपने काबू में किया।
चार्ल्स शोभराज को बिकिनी किलर भी कहा जाता है। 19 साल बाद आखिरकार शुक्रवार को वह जेल से रिहा हो गया। उसने भारत, नेपाल और थाईलैंड के अलावा ग्रीस, तुर्की, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और मलेशिया में भी आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया।
एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार के मुताबिक जिन्होंने चार्ल्स का इंटरव्यू किया था, उन्होंने बताया था कि चार्ल्स खुद को एक क्रिमिनल हीरो समझता था।
यह जानना दिलचस्प होगा कि आखिर चार्ल्स शोभराज का पूरा जीवन कैसा था।
चार्ल्स को साल 2003 में काठमांडू के एक कसीनो से एक अमेरिकी पर्यटक की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
चार्ल्स शोभराज का जन्म 1944 में फ्रांस के कब्जे वाले साइगॉन में एक प्रवासी भारतीय साहूकार और एक वियतनामी महिला के घर हुआ था। जब वह सिर्फ 3 साल का था तो उसे उसके पिता ने उसे और उसकी मां को छोड़ दिया था और कुछ वक्त बाद उसकी मां ने एक आर्मी अफसर से शादी कर ली थी।
द इंडियन एक्सप्रेस में छपे एक लेख के मुताबिक, उसकी बायोग्राफी लिखने वाले रिचर्ड नेवल और जूली क्लॉर्क लिखते हैं कि चार्ल्स ने किशोरावस्था का अधिकांश जीवन सलाखों के पीछे बिताया। वह कारें चोरी करता था, सड़क पर महिलाओं और आम लोगों से लूटपाट करता था। 1963 में पेरिस में वह पहली बार जेल गया।
जब वह 20 साल का हुआ तो उसने पेरिस की हाई सोसाइटी और अंडरवर्ल्ड में कदम रखा और वह घोटालों और चोरी के जरिए पैसा कमाने लगा। साल 1969 में उसने चैंटल कॉम्पैग्नन नाम की महिला से शादी की।
कुछ वक्त बाद उसकी पत्नी ने भी उसे अकेला छोड़ दिया लेकिन कनाडा की एक महिला मैरी-आंद्री को चार्ल्स शोभराज से प्यार हो गया। उसकी मुलाकात चार्ल्स से भारत में हुई थी।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यह महिला इस बात को जानती थी कि चार्ल्स शोभराज को जुए और महिलाओं की लत है, बावजूद इसके वह हमेशा उसके साथ रही।
कैसे देता था आपराधिक वारदातों को अंजाम?
चार्ल्स शोभराज तमाम देशों में घूमने का शौक रखने वाली महिला पर्यटकों से दोस्ती करता था और उन्हें अपनी ओर आकर्षित कर लेता था। उनके साथ घूमता था, शारीरिक संबंध बनाता था और उन्हें लूटने से पहले ड्रग्स देता था। उनकी हत्या के बाद उनकी पहचान को छुपाने के लिए उनके शरीर को जला देता था।
बिकिनी किलर
1970 के दशक में थाईलैंड के पटाया में एक समुद्र तट पर 6 महिलाएं मरी हुई मिली थीं और यहीं से उसे बिकिनी किलर नाम मिला था क्योंकि इन सभी महिलाओं के शरीर पर सिर्फ बिकिनी थी।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, शोभराज ने दावा किया था कि जितनी हत्याएं उसने की, उसमें से कई मौतों में ड्रग्स की ओवरडोज होना भी एक वजह थी। वह बेहद शातिर था और कई देशों की यात्राएं करने के लिए वह अपने द्वारा शिकार बनाए गए लोगों के पासपोर्ट और उनकी पहचान का इस्तेमाल करता था।
तिहाड़ जेल से भागा
साल 1986 में बेहद हाई सिक्योरिटी वाली तिहाड़ जेल से शोभराज जिस तरह भागा, वह किस्सा भी दिलचस्प है। शोभराज ने जेल कर्मचारियों को यह भरोसा दिलाया कि उसका जन्मदिन है। उसने जन्मदिन के लिए पार्टी रखी और मिठाई और केक में नींद की गोलियां मिला दी और तिहाड़ जेल से निकलने में कामयाब रहा।
जब वह तिहाड़ में था तो आलीशान जिंदगी जीता था। चौकीदारों को रिश्वत देता था और कैदियों से उसकी अच्छी दोस्ती थी। साल 1997 में जब वह तिहाड़ जेल से रिहा हुआ और फ्रांस लौटा तो उसने उसके जीवन पर बनने वाली फिल्मों से 15 लाख डॉलर तक कमाए और इंटरव्यू और फोटोग्राफ देने के लिए भी मोटी रकम वसूली। लेकिन साल 2003 में जब वह नेपाल आया तो उसे एक अमेरिकन महिला की हत्या के आरोप में फिर गिरफ्तार कर लिया गया।
चार्ल्स निश्चित रूप से एक ऐसा शख्स है जिसके बारे में लोग और ज्यादा जानना चाहते हैं।