भारत जोड़ो यात्राः बुजुर्ग महिलाएं राहुल को गले लगाकर रो पड़ीं

10:47 am Sep 25, 2022 | सत्य ब्यूरो

भारत जोड़ो यात्रा आज रविवार 25 सितंबर को केरल के त्रिशूर से फिर शुरू हुई। यात्रा का दसवां दिन है। त्रिशूर की सड़कों पर यात्रा का केरल के परंपरागत रीति-रिवाजों के अनुसार स्वागत किया गया। सड़क के दोनों तरफ लोग खड़े थे। त्रिशुर में बुजुर्ग महिलाओं ने राहुल गांधी को पहुंचकर आशीर्वाद दिया। कई बुजुर्ग महिलाएं राहुल को गले लगाकर भाव विह्वल हो गईं। छोटी-छोटी बच्चियों में राहुल के साथ फोटो खिंचवाने की होड़ रही।

भारत जोड़ो यात्रा कुछ देर के लिए सेंट जेवियर चर्च के पास रोकी गई। ईसाई समुदाय के लोगों, पादरियों ने भी राहुल गांधी को यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं।

बुजुर्ग महिलाओं ने राहुल को त्रिशूर में आशीर्वाद दिया

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बीच-बीच में दूसरे राज्यों के प्रमुख नेता भी आकर शामिल होते हैं। हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा राहुल के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हुए नजर आए।

आरएसएस पर हमला

इस बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि कांग्रेस की 'भारत जोड़ी यात्रा' ने भाजपा और आरएसएस को परेशान कर दिया है। यही वजह है कि आरएसएस प्रमुख अब समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचने के लिए मजबूर हो रहे हैं। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत तीन दिन पहले दिल्ली की एक मस्जिद में गए थे। 

यह बुजुर्ग महिला राहुल को गले लगाकर भाव विह्वल हो गईं

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने के बाद से बीजेपी और आरएसएस दोनों घबराए हुए हैं। यह हमारी पहल का प्रभाव है।

रमेश ने कहा, मसजिद में भागवत का दौरा एक पब्लिसिटी स्टंट के अलावा और कुछ नहीं था। हालांकि वह मसजिद गए तो थे, लेकिन उनके इरादे अच्छे नहीं थे। यह सिर्फ दिखावा था, क्योंकि वह वास्तविक मुद्दों पर चुप रहते हैं। 

यह पूछे जाने पर कि पूरे भारत में राहुल गांधी की यात्रा बीजेपी शासित गुजरात से क्यों नहीं गुजरेगी, जहां चुनाव दिसंबर में होने हैं, रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा अभियान चुनाव केंद्रित नहीं है। इसका चुनाव से कोई संबंध नहीं है।

भारत जोड़ो यात्रा में रविवार 25 सितंबर को त्रिशूर में हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हुए

कांग्रेस नेता ने कहा कि यात्रा कार्यक्रम में गुजरात को शामिल करना इसलिए भी संभव नहीं था क्योंकि यात्रा को राज्य तक पहुंचने में 90 दिन लग जाएंगे, तब तक चुनाव खत्म हो चुके होंगे।

जयराम रमेश ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा का कार्यक्रम किसी राज्य के चुनाव और कम से कम गुजरात और अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तो हर्गिज नहीं बनाया गया है। हालांकि, यह निश्चित रूप से 2024 के लोकसभा चुनावों को प्रभावित करेगी। एक मजबूत कांग्रेस विपक्ष को और भी मजबूत बनाएगी।  

राज्यसभा सदस्य रमेश ने कहा, विपक्ष को एकजुट करने के उद्देश्य से भारत जोड़ो यात्रा नहीं निकाली जा रही है। लोग अब महसूस कर रहे हैं कि अगर कांग्रेस कमजोर रहती है, तो एकजुट विपक्ष का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि यात्रा का मकसद बीजेपी शासन में देश को टूटने से रोकना है। भारत कमजोर होता जा रहा है। चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषा बदलती है और जाति, धर्म और भाषा के आधार पर लोगों का ध्रुवीकरण करने का प्रयास किया जाता है। यह यात्रा भारतीय राजनीति के पाठ्यक्रम को बदल देगी। यह भारत और कांग्रेस को नया जीवन भी देगी।