आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 7 सितंबर से ‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन पर निकलने जा रहे हैं। केजरीवाल इस मिशन को दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा से शुरू करेंगे और इसके साथ ही वह 2024 के आम चुनाव की तैयारी भी शुरू कर देंगे।
बताना होगा कि कांग्रेस भी 7 सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा निकालने जा रही है जिसकी अगुवाई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे।
केजरीवाल ने कुछ दिन पहले जोर शोर के साथ ‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन को लांच किया था और कहा था कि भारत को दुनिया का नंबर 1 देश बनाने के लिए देशभर के लोगों को आम आदमी पार्टी के साथ आना चाहिए।
राज्यसभा में बढ़ी ताकत
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी ने 2013 में अपनी स्थापना के बाद से अब तक तीन बार दिल्ली में सरकार बनाई है जबकि इस बार पंजाब में भी उसे प्रचंड बहुमत मिला है। 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 4 सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन 2019 में यह आंकड़ा गिरकर एक रह गया था। लेकिन दिल्ली और पंजाब में मिली जीत की वजह से राज्यसभा में पार्टी के सांसदों का आंकड़ा 10 तक पहुंच गया है।
केजरीवाल ने पंजाब चुनाव में जीत के बाद एलान किया था कि उनकी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। इसका मतलब केजरीवाल तीसरे मोर्चे या चौथे मोर्चे जैसे किसी संभावित गठबंधन में शामिल नहीं होंगे और अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेंगे।
ऑपरेशन लोटस का मुद्दा उठाया
आदमी पार्टी इन दिनों आबकारी नीति के मुद्दे पर फंसी हुई है लेकिन उसने इसका जवाब ऑपरेशन लोटस को जोर-शोर से उठा कर दिया है। पार्टी के नेताओं ने बीजेपी पर देश भर में विपक्षी विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी इस काम में 6000 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर चुकी है। आम आदमी पार्टी ने जांच एजेंसी सीबीआई से कहा है कि वह ऐसे राज्यों में जहां पर विपक्षी दलों की सरकारों को गिराया गया है वहां हुए ऑपरेशन लोटस की जांच करे।
‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन की शुरुआत के तहत केजरीवाल आदमपुर और हिसार में रैलियां करेंगे और इसके बाद वह हरियाणा के तमाम कई और इलाकों में सम्मेलन करेंगे। केजरीवाल की नजर 2024 के अंत में होने वाले हरियाणा के विधानसभा चुनाव पर है क्योंकि हरियाणा ऐसा राज्य है जो दिल्ली और पंजाब दोनों से लगता हुआ है। क्योंकि केजरीवाल खुद हरियाणा से आते हैं इसलिए आम आदमी पार्टी को वहां अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है। हरियाणा के बाद केजरीवाल और भी कई राज्यों में आम आदमी पार्टी की ओर से रैलियां करेंगे।
आम आदमी पार्टी गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा का चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ने जा रही है, वहां वह विपक्षी वोटों में सेंध लगा सकती है।
आम आदमी पार्टी ने पिछले कुछ सालों में कर्नाटक से लेकर केरल और राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश तक अपने संगठन का विस्तार किया है। उसने उत्तराखंड और गोवा का चुनाव भी लड़ा था। उत्तराखंड में उसे कोई सीट नहीं मिली लेकिन गोवा में उसके दो विधायक जीते हैं।
देखना होगा कि केजरीवाल ‘मेक इंडिया नंबर 1’ मिशन के तहत पार्टी को कितना मजबूत कर पाएंगे और उनके देशभर में घूमने के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन कैसा रहता है।