हरियाणा पुलिस ने अंबाला छावनी से सटे गांव बेबील से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के चार कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि टीम ने शनिवार रात उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके कब्जे से तीन पिस्तौल और 22 जिंदा कारतूस बरामद किए।
जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें शशांक पांडे, साहिल उर्फ बग्गा, अश्विनी उर्फ मनीष और बंटी हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों में से एक शशांक गोरखपुर (यूपी) का था, जबकि अन्य तीन अंबाला के रहने वाले थे।
पुलिस ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उन्हें गांव बेबील के श्मशान घाट के पास से दबोच लिया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, गिरफ्तार किए गए सभी व्यक्ति लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं।
पुलिस ने रविवार को उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।
उधर, कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़, जो कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है, ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा मारे गए सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के संदिग्ध 'बब्बर शेर' थे।
बराड़ ने दावा किया है कि बुधवार को अमृतसर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास पंजाब पुलिस की मुठभेड़ के दौरान मारे गए दो शार्पशूटर मनप्रीत मनु और जगदीप रूपा उसके आदमी थे।
सिद्धू मूसेवाला
गैंगस्टर ने यह भी दावा किया कि उसने मारे गए शार्पशूटरों को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था। बता दें कि पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में 29 मई को अज्ञात हमलावरों ने पंजाबी गायक और नेता सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दिल्ली पुलिस ने जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ के बाद कहा था कि मूसेवाला की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग है। अभी तक इस मर्डर केस में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।