पाकिस्तान से भेजी गई 200 किलो हेरोइन को भारतीय नेवी और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने ईरान की एक नाव से जब्त किया है। हेरोइन की कीमत 1200 करोड़ रुपए है और यह अफगानिस्तान में बनी हुई है। बताया गया है कि इसे भारत और श्रीलंका में बेचने के लिए ले जाया जा रहा था। इस मामले में ईरान के छह नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। ईरान की इस नाव को केरल के कोच्चि में पकड़ा गया।
एनसीबी के सीनियर अफसर संजय कुमार सिंह ने बताया कि हेरोइन की इस तस्करी के पीछे पाकिस्तान में सक्रिय हाजी सलीम का ड्रग कॉर्टेल है।
एनसीबी के सीनियर अफसर संजय कुमार सिंह ने बताया कि हाजी सलीम का नेटवर्क और कई अन्य नेटवर्क इस पूरे इलाके में हेरोइन की तस्करी करते हैं। इस मामले में गिरफ्तार किए गए ईरान के सभी छह नागरिकों से पूछताछ की जा रही है। 2021 में 300 किलो और 337 किलो की हेरोइन को एनसीबी ने जब्त किया था।
हेरोइन के पैकेट्स में अफगानिस्तान और पाकिस्तान में कार्टेल के लिए बनाए जाने वाले चिन्ह मिले हैं। हेरोइन के कुछ पैकेट्स पर 'स्कॉर्पियन' सील थी जबकि अन्य पर 'ड्रैगन' सील बनी हुई थी।
संजय कुमार सिंह ने बताया कि एजेंसी को इस बात की सूचना मिली थी कि हेरोइन की यह खेप हाजी सलीम के नेटवर्क के द्वारा भेजी गई है।
एनसीबी अफसर ने बताया कि हेरोइन की खेप अक्सर पाकिस्तान से भेजी जाती है और समुद्र के बीच में एक ईरानी नाव में इस खेप को रख दिया जाता है और उसके बाद यह ईरानी नाव समुद्र में श्रीलंका की ओर चली जाती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भी ऐसा ही होना था। उन्होंने बताया कि यह हेरोइन पाकिस्तान से भेजी गई और बीच समुद्र में इसे ईरान की एक नाव में रख दिया गया था और इसके बाद इसे श्रीलंकाई नाव पर आगे के लिए भेजा जाना था।
लेकिन उससे पहले ही भारतीय नेवी और एनसीबी ने इसे पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि जिस श्रीलंकाई नाव को हेरोइन की खेप दी जानी थी, उसे पकड़ने की कोशिश की गई लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिली। एनसीबी को ईरानी नाव के स्टाफ से कई स्मार्टफोन और सैटेलाइट फोन भी मिले हैं।
एनसीबी ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों में समुद्री रास्तों- अरब सागर और हिंद महासागर के जरिए भारत में अफगानिस्तान की हेरोइन की तस्करी बढ़ी है।
करोड़ों की हेरोइन जब्त
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने पिछले साल कच्छ जिले के एक प्रमुख बंदरगाह से दो कंटेनरों 15,000 करोड़ की 2,988.21 किलो हेरोइन जब्त की थी। इस साल जुलाई में, एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड ने कच्छ जिले के मुंद्रा बंदरगाह के पास एक कंटेनर से 70 किलो हेरोइन जब्त की थी और इसकी कीमत 350 करोड़ से अधिक बताई गई थी।
इस साल मई में डीआरआई ने मुंद्रा बंदरगाह के पास एक कंटेनर से 500 करोड़ की कीमत वाली 56 किलो कोकीन जब्त की थी। अप्रैल में डीआरआई ने कच्छ में कांडला बंदरगाह के पास एक कंटेनर से 1,439 करोड़ की 205.6 किलो हेरोइन जब्त की थी।
ढाई लाख करोड़ रुपए की ड्रग्स!
पिछले महीने गुजरात में पाकिस्तान की एक नाव को एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड ने इंडियन कोस्ट गार्ड के साथ मिलकर पकड़ा था और इसमें 200 करोड़ रुपए की हेरोइन जब्त की गई थी। इस मामले में छह पाकिस्तानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया था।
कांग्रेस ने हाल ही में दावा किया था कि गुजरात में पिछले 5 साल में ढाई लाख करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की गई है।