चीन के शीतकालीन ओलंपिक उद्घाटन समारोह में भारतीय दूत भाग नहीं लेगा। यह घोषणा आज भारत ने की है। शीतकालीन ओलंपिक खेल पेइचिंग में होने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि खेदजनक है कि चीन ने शीतकालीन ओलंपिक को राजनीतिकरण करने के लिए चुना है। भारतीय प्रवक्ता ने कहा कि चीन ने शीतकालीन ओलंपिक 2022 के लिए गलवान घाटी में घायल हुए अपने सैनिक क्यूई फैबाओ को ओलंपिक में अपना टॉर्चबियरर (मशालची) बनाया है।
ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द क्लैक्सन' की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सैनिक क्यूई फैबाओ को जून 2020 में भारतीय सेना ने पकड़ लिया था। यह तब हुआ जब चीन ने गलवान घाटी में भारतीय बलों पर हमला करने की कोशिश की थी। रिपोर्ट के अनुसार, गलवान नदी को अंधेरे में पार करने का प्रयास करते समय 38 चीनी सैनिक डूब गए। यह घटना 15-16 जून की रात हुई थी। क्यूई फाबाओ चीनी सेना का नेतृत्व कर रहा था जो 15 जून, 2020 को भारतीय बलों पर हमले के लिए जिम्मेदार था, जिसमें ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान गलवान घाटी में तैनात कर्नल बी. संतोष बाबू मारे गए थे।
रिपोर्ट अज्ञात सोशल मीडिया शोधकर्ताओं के एक समूह द्वारा किए गए शोध पर आधारित है। इसके स्रोतों में चीनी ब्लॉगर्स, मुख्य भूमि-आधारित चीनी नागरिकों से प्राप्त जानकारी और मीडिया रिपोर्ट शामिल हैं जिन्हें चीनी अधिकारियों द्वारा हटा दिया गया है।