'चीनी मुठभेड़ में जवानों के शहीद होने पर सफ़ाई दे सरकार'
लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में सेना के एक अफ़सर सहित तीन भारतीय जवानों के शहीद होने पर देश में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। सोशल मीडिया पर नेताओं और लोगों ने शहीदों को नमन किया, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने सरकार को सफ़ाई देने को कहा है। वैसे, जब से सीमा पर विवाद हुआ है तब से सरकार से सफ़ाई माँगी जा रही है कि नियंत्रण रेखा पर वास्तविक स्थिति क्या है। सरकार की ओर से हर बार यही कहा जा रहा है कि इस मुद्दे को बातचीत से सुलझा लिया जाएगा। लेकिन इसी बीच चीन सेना ने यह हरकत कर दी।
इस पर प्रतिक्रिया में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति पर सफ़ाई देनी चाहिए। उन्होंने इस बारे में ट्वीट किया।
गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है. भावपूर्ण नमन.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 16, 2020
सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है.
जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ़्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, 'यदि "डी-एस्केलेशन प्रक्रिया" के दौरान चीनी एक भारतीय सेना के कर्नल और दो जवानों को गोली चलाकर मार दे तो कल्पना करें कि स्थिति कितनी बढ़ गई होगी। यह तब होता है जब मीडिया सरकारी लाइन का प्रचार करता है कि सवाल पूछना राष्ट्र-विरोधी है।'
If the Chinese shoot dead an Indian army colonel & two jawans during a “de-escalation process” imagine how escalated the situation must be in the first place. This is what happens when the media propagates the government line that asking questions is anti-national.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 16, 2020
वरिष्ठ पत्रकार और फ़िल्मकार विनोद कापड़ी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और कहा कि आज रात आठ बजे देश को बताइए कि चीन की सीमा पर क्या हो रहा है
3 के बदले 30 सिर लाओगे मोदी जी या अभी भी अमित मालवीय से ही काम चलाओगे https://t.co/u02FswGYeB
— Vinod Kapri (@vinodkapri) June 16, 2020
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने लिखा, "लगता है कि चीन ने आक्रामक 'घर में घुस के मारेंगे’ के कार्रवाई वाले दृष्टिकोण को हाइजैक कर लिया है। देश यह जानने का हकदार है कि तीन भारतीय सेना के जवानों की मौत का बदला लेने के लिए प्रतिशोध की बात क्यों नहीं की जा रही है।"
Seems like China has hijacked the aggressive ‘ghar main ghuske marengay’ militaristic approach. Nation deserves to know why there is no talk of retaliation to avenge the death of three Indian army personnel!
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) June 16, 2020
बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में तीन भारतीय जवान शहीद हो गए हैं। इनमें एक आर्मी अफ़सर भी शामिल हैं। यह झड़प सोमवार (15 जून) को हुई थी। भारतीय आर्मी ने कहा है कि दोनों ओर के सैन्य अधिकारी हालात को सामान्य करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। जबकि चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत एकतरफा कार्रवाई न करे और कोई परेशानी नहीं बढ़ाए। बीते दो महीने से भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील इलाक़े में तनाव चल रहा है।