भारतीय टीम का 1933 के बाद पहली बार घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-3 से सफाया
भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन रविवार को इतिहास में दर्ज हो गया। पूरी तरह बुरे प्रदर्शन की वजह से। न्यूजीलैंड ने भारतीय धरती पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत को 3-0 से हराने वाली पहली टीम बनकर इतिहास रच दिया। भारत मुंबई में तीसरा और अंतिम टेस्ट 25 रन से हार गया।
यह कोई साधारण सीरीज हार नहीं थी। दिसंबर 1933 से टेस्ट क्रिकेट खेलने के बाद से पहली बार भारत का तीन या उससे अधिक मैचों की सीरीज में घर पर सफाया हो गया। यह एक बेहद शर्मनाक हार है। भारत ने तब से घर पर 294 टेस्ट खेले हैं। भारतीय टीम की 58वीं हार न्यूजीलैंड के खिलाफ आई।
कम से कम दो मैचों वाली सीरीज में घर पर क्लीन स्वीप होने का भारत का एकमात्र अन्य उदाहरण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ था। वह दो मैचों की सीरीज थी जो 2000 में 2-0 से ख़त्म हुई थी। यदि एक-एक मैचों को भी गिना जाए तो इंग्लैंड ने गोल्डन जुबली टेस्ट 1979-80 में 1-0 से और पाकिस्तान ने एशियाई चैम्पियनशिप 1999 में जीत दर्ज की थी।
पुणे में सीरीज में हार की पुष्टि होने के बाद रोहित शर्मा का संदेश था कि अति प्रतिक्रिया करने की कोई ज़रूरत नहीं है। उन्होंने माना कि उनकी टीम ने अच्छा क्रिकेट नहीं खेला, लेकिन 12 साल में घर पर एक सीरीज हार ने यह दिखा दिया कि मानक कितने ऊंचे रखे गए हैं। खैर, मुंबई में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए हालात और खराब हो गए।
89 घरेलू सीरीज में भारत को सिर्फ 18 सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है। न्यूजीलैंड 2001 के बाद से भारत में टेस्ट सीरीज जीतने वाली तीसरी टीम बन गई। इसके साथ ही 2012 में इंग्लैंड की 2-1 से सीरीज जीत के बाद पहली बार ऐसा हुआ।
दिसंबर 2012 में इंग्लैंड से 2-1 से सीरीज हारने के बाद से भारत ने लगातार 18 घरेलू टेस्ट सीरीज जीती हैं। हालांकि, पुणे में न्यूजीलैंड ने अपने प्रदर्शन से बेहतर प्रदर्शन किया और रोहित शर्मा की टीम को चौंका दिया। इसके साथ ही जीत का यह सिलसिला खत्म हो गया।
न्यूजीलैंड ने रविवार को मुंबई में तीसरे और अंतिम टेस्ट में भारत को 121 रन पर आउट कर 25 रन से जीत दर्ज की और 3-0 से सीरीज पर कब्ज़ा किया। जीत के लिए 147 रनों का पीछा करते हुए भारत वानखेड़े स्टेडियम की मुश्किल पिच पर नाटकीय अंदाज़ में हार गया। एजाज पटेल ने 57 रन देकर 6 विकेट चटकाए, जिससे मेहमान टीम ने 1955 के बाद पहली बार भारत में सीरीज जीती और मेजबान टीम की लगातार 18 सीरीज जीतने की लय भी तोड़ दी। बड़े खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली लगातार बल्ले से विफल रहे।
रविवार को भारत का एक और भयावह प्रदर्शन देखने को मिला। पुणे और मुंबई में स्पिन को संभालने में उनकी अक्षमता उजागर होने के साथ ही घरेलू टीम की बल्लेबाजी श्रृंखला के आगे बढ़ने के साथ-साथ खराब होती गई। बेंगलुरु में सीरीज के पहले मैच में भारत की टीम घरेलू मैदान पर पहली पारी में 46 रन पर ढेर हो गई थी।
कप्तान रोहित शर्मा ने पारी के तीसरे ओवर में ही 'बेवजह और बेमतलब' शॉट खेलकर सुबह के सत्र में पतन की शुरुआत की। रोहित ने बीच में केवल 11 गेंदें खेलीं और मैट हेनरी के ओवर में 11 रन बनाए। रोहित के आउट होने से भारतीय ड्रेसिंग रूम में खलबली मच गई। और जब एजाज पटेल ने अपनी लय पकड़ी, तो उन्हें रोकना मुश्किल था। उन्होंने शुभमन गिल और विराट कोहली के बड़े विकेट चटकाए। सरफराज खान स्पिन के सामने लड़खड़ाते रहे, जबकि यशस्वी जायसवाल को ऑफ स्पिनर ग्लेन फिलिप्स ने आउट किया और भारत का स्कोर 29 रन पर 5 विकेट हो गया। हालांकि, ऋषभ पंत ने शानदार जवाबी पारी खेलकर भारत की उम्मीदों को जिंदा रखा। पंत ने अन्य भारतीय बल्लेबाजों को दिखाया कि कैसे सावधानी के साथ आक्रामकता से बल्लेबाजी करनी है। उन्होंने अर्धशतक पूरा किया। हालांकि, लंच के बाद के सत्र में एजाज पटेल ने पंत को आउट कर दिया, जिससे मैच का रुख फिर से न्यूजीलैंड के पक्ष में हो गया। पंत को विवादास्पद तरीके से आउट दिया गया और वह थर्ड अंपायर के फैसले से बिल्कुल भी खुश नहीं थे, क्योंकि रीप्ले में अंदर की तरफ से गेंद के किनारे होने का कोई ठोस सबूत नहीं दिखा था।
ऋषभ पंत के बड़े विकेट के बाद वॉशिंगटन सुंदर और आर अश्विन ने न्यूजीलैंड के आक्रमण को रोकने की कोशिश की, लेकिन भारत की हार को नहीं टाल पाए।