भारत ने दी अपने सभी नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह
भारत ने यूक्रेन में रह रहे छात्रों सहित अपने सभी नागरिकों से कहा है कि यदि उनका प्रवास अनिवार्य नहीं है तो वे वापस अपने देश लौट आएँ। यूक्रेन में फिलहाल रूसी हमले की आशंका जताई जा रही है। अमेरिका ने कहा है कि रूस कभी भी हमला कर सकता है। ब्रिटेन ने कहा है कि यह संभावित युद्ध यूरोप में 1945 के बाद सबसे बड़े युद्ध की तैयारी लगती है। हालाँकि रूस ने हमले जैसी रिपोर्टों को झूठी ख़बर बताया है, लेकिन यूक्रेन की सीमा पर भारी संख्या में सेना और हथियारों की तैनाती के कारण युद्ध की आशंका जताई जा रही है।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने आज एक ट्वीट में कहा है कि भारतीय नागरिकों को रूस द्वारा संभावित आक्रमण पर तनाव के बीच देश से जाने के लिए किसी भी उपलब्ध वाणिज्यिक या चार्टर उड़ान की तलाश करनी चाहिए। बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में लोगों को फ्लाइट का टिकट नहीं मिलने की खबरें आई थीं।
ADVISORY FOR INDIAN NATIONALS IN UKRAINE.@MEAIndia @DrSJaishankar @PIBHindi @DDNewslive @DDNewsHindi @IndianDiplomacy @PTI_News @IndiainUkraine pic.twitter.com/i3mZxNa0BZ
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 20, 2022
बहरहाल, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, 'यूक्रेन में स्थिति के संबंध में जारी गंभीर तनाव और अनिश्चितताओं के मद्देनज़र, उन सभी भारतीय नागरिकों को जिनका प्रवास अनिवार्य श्रेणी में नहीं समझा जाता है और सभी भारतीय छात्रों को अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जाती है।'
भारतीय दूतावास ने कहा, 'भारतीय छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे चार्टर उड़ानों पर अपडेट के लिए संबंधित छात्र ठेकेदारों के संपर्क में रहें और किसी भी अपडेट के लिए दूतावास के फेसबुक, वेबसाइट और ट्विटर को फॉलो करना जारी रखें।"
इसमें यह भी कहा गया है कि यूक्रेन में भारतीय जिन्हें सूचना और सहायता चाहिए, वे विदेश मंत्रालय से भी संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए एक समर्पित नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
भारत ने ऐसी ही सलाह 15 फ़रवरी को जारी की थी। तब इसने कहा था कि अस्थायी तौर पर यूक्रेन छोड़ने पर विचार करना चाहिए। लेकिन अब सीधे सलाह दी गई है कि यूक्रेन छोड़ना चाहिए।
भारत का यह फ़ैसला तब आया है जब अमेरिका ने आशंका जताई है कि यूक्रेन में रूस कभी भी हमला कर सकता है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शीर्ष अधिकारियों की बैठक बुलाई है। यह ख़बर तब आई है जब रूस के सामरिक परमाणु बलों ने शनिवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की देखरेख में अभ्यास किया। वाशिंगटन ने रूसी सैनिकों पर यूक्रेन की सीमा के पास आगे बढ़ने और हमला करने के लिए तैयार होने का आरोप लगाया।
व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम ने उन्हें बताया कि उन्हें अभी भी विश्वास है कि रूस यूक्रेन में किसी भी समय हमला कर सकता है। अमेरिका का यह बयान तब आया है जब रूस ने किसी भी संभावित हमले से इनकार किया है और हाल ही में दावा किया है कि यू्क्रेन की सीमा से सटे देशों में उसके जो सैनिक अभ्यास कर रहे थे वे लौट रहे हैं।
लेकिन अमीर देशों के जी-7 समूह के विदेश मंत्रियों ने कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई सबूत नहीं देखा है कि रूस क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधि को कम कर रहा है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा है कि वे स्थिति के बारे में गंभीर रूप से चिंतित हैं।
सीमा के पास गोलाबारी के लिए कीव और मॉस्को द्वारा एक दूसरे पर आरोप लगाने के बाद फ्रांस और जर्मनी ने यूक्रेन में अपने सभी या कुछ नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने का आग्रह किया है। कई और देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है।