लोकसभा चुनाव में न बैनर -पोस्टर लगवाऊंगा और न किसी को चाय पिलाऊंगाः गडकरी
भाजपा के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में कोई बैनर-पोस्टर नहीं लगवाएंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि मैं चुनाव में किसी को चाय-पानी भी नहीं पिलाउंगा।
शुक्रवार को महाराष्ट्र के वाशिम में तीन राष्ट्रीय राज्यमार्ग परियोजनाओं के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि मैं यह सब नहीं करुंगा जिसे वोट देना है आकर देगा, जिसको नहीं देना है वह नहीं देगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राज्यमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि मैं चुनाव में रिश्वत नहीं लेता हूं और किसी को ऐसा करने की अनुमति भी नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद मुझे विश्वास है कि मैं ईमानदारी से जनता की सेवा कर सकूंगा।
इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस चर्चित वाक्य को भी दोहराया जिसमें कहा था कि, न खाऊंगा और न किसी को खाने दूंगा। उन्होंने दूसरे उम्मीदवारों को भी संदेश दिया है कि चुनाव प्रलोभन से नहीं बल्कि जनता के दिलों में विश्वास और प्यार पैदा कर जीते जाते हैं।
नितिन गडकरी ने कहा कि मैंने तय किया है कि लोकसभा चुनाव में मैं किसी को लक्ष्मी दर्शन नहीं कराऊंगा। किसी को माल-पानी भी नहीं दूंगा। किसी को भी देशी और विदेशी शराब भी मेरी तरफ से नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि अगर दुबारा निर्वाचित हुआ तो विश्वास दिलाता हूं कि मैं ईमानदारी से सेवा करूंगा। मैं न भ्रष्टाचार करूंगा और न ही किसी को भ्रष्टाचार करने दूंगा।
चुनाव में मटन खिला कर भी हार गया था
इससे पहले जुलाई में नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में एक किस्सा सुनाते हुए कहा था कि उन्होंने एक बार चुनाव में मतदाताओं को एक किलो मटन उपलब्ध करवाया था। इसके बावजूद वह चुनाव मैं हार गया था।इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि मतदाताओं के प्रति विश्वास और प्यार पैदा कर ही चुनाव जीता जा सकता है। आज के समय में मतदाता बेहद होशियार है। मतादाता अब उम्मीदवारों से चुनावी सौगात ले लेते हैं लेकिन वोट उसे ही देते हैं दो उन्हें लगता है कि उनके लिए सही है। आज का मतादाता बेहद स्मार्ट है।
उन्होंने कहा कि अक्सर ही लोग बैनर- पोस्टर लगाकर और मतदाताओं को पैसे या उपहार देकर चुनाव जीतते हैं लेकिन मैं ऐसी चुनावी रणनीति में विश्वास नहीं करता हूं।
महाराष्ट्र के वाशिम में हुए गडकरी ने इस कार्यक्रम में कहा कि अगर सड़क में दरार पड़ी तो ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि मैंने लाखों करोड़ रुपये के ठेके दिए लेकिन एक भी ठेकेदार को ठेके के लिए मेरे घर पर आने की जरूरत नहीं पड़ी है। कहा कि, विधायक और सांसद ठेकेदारों को परेशान न करें, इनसे निपटने के लिए मैं सक्षम हूं।
इसलिए महत्वपूर्ण है नितिन गडकरी की यह टिप्पणी
नितिन गडकरी भाजपा के शीर्ष नेताओं में गिने जाते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में नितिन गडकरी की यह टिप्पणी कि आगामी लोकसभा चुनाव में कोई बैनर-पोस्टर नहीं लगवाएंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि मैं चुनाव में किसी को चाय-पानी भी नहीं पिलाउंगा काफी महत्वपूर्ण है। गडकरी कि यह टिप्पणी बताती है कि वे अपने काम की बदौलत चुनाव में जाना चाहते हैं।उनकी यह घोषणा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि हाल के वर्षों में चुनावों में प्रत्याशियों का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है। अब लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए लाखों-करोड़ों रुपये खर्च करना आम बात मानी जाने लगी है। राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि आज के समय में चंद हजार रुपये खर्च कर चुनाव जीतना बेहद मुश्किल हो चुका है। उम्मीदवारों का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है।
ऐसे में अगर नितिन गडकरी बिना कोई खर्च किये चुनाव जीतने की बात करते हैं तो इससे राजनीति में बेहतर संदेश जाएगा।