पूर्वांचल में बीजेपी कितनी मजबूत, विधायक भूपेश चौबे की ये हरकत सब बता रही
ये हाल है यूपी के बीजेपी विधायकों का कि उन्हें मंच पर कान पकड़ कर उठना-बैठना पड़ रहा है। अपने निकम्मेपन के लिए बार-बार माफ़ी मांगनी पड़ रही है। ये रॉबर्टसगंज के भाजपा विधायक भूपेश चौबे हैं। pic.twitter.com/Fie9txfU8N
— Avinash Das (@avinashonly) February 23, 2022
यूपी चुनाव में बीजेपी की हालत का अंदाजा रॉबर्ट्सगंज के बीजेपी विधायक भूपेश चौबे की इस हरकत से लगाया जा सकता है। चौबे ने चुनाव प्रचार के दौरान मंच पर ही कान पकड़कर उठक बैठक लगाई। यह कारनामा उन्होंने मज़ाक में नहीं अंजाम दिया है। रॉबर्ट्सगंज में 7वें और अंतिम चरण में मतदान होना है। यह इलाका मिर्जापुर मंडल में आता है। पूर्वांचल में पूरी फिजा बदली हुई है।
बीजेपी विधायक भूपेश चौबे का कान पकड़ कर उठक बैठक करते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। चौबे के चुनाव प्रचार और रोडशो वगैरह में भीड़ नहीं जुट रही थी। वह इससे इतना निराश हुए कि एक रैली में कुर्सी मंगाकर उस खड़े हो गए और पिछले पांच साल में हुई गलतियों के लिए जनता से माफी मांगी। हालांकि कुछ लोगों ने उन्हें रोकना चाहा लेकिन विधायक माने नहीं।
बीजेपी विधायक जब यह सब कर रहे थे तो मंच पर झारखंड के पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही भी मौजूद थे। वो खासतौर से भूपेश चौबे के लिए प्रचार करने आए थे। शाही ने अपने भाषण से माहौल बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा विधायक भूपेंद्र चौबे की लड़ाई सपा-बीएसपी के साथ नहीं है, इनकी लड़ाई तो ओवैसी जैसों के साथ है। इसलिए इनके हाथ मजबूत करना जरूरी है। मिर्जापुर मंडल में सबसे ज्यादा काम भूपेश चौबे ने किया है।
भूपेश चौबे ने यह हरकत अंजाम देकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान को सच साबित कर दिया है कि इस चुनाव में बीजेपी विधायक जनता के सामने कान पकड़कर उठक बैठक करेंगे। हालांकि यह बयान देते हुए खुद अखिलेश को ऐसी घटना का अंदाजा नहीं था।
सोशल मीडिया पर चौबे का वीडियो वायरल है। सभी लोग इस पर टिप्पणियां कर रहे हैं। कुछ लोगों ने लिखा है कि पीएम मोदी और सीएम योगी का नाम इस विधायक ने डुबो दिया। वो दोनों तो अपनी सभाओं में लंबी-चौड़ी बातें कर रहे हैं। जीत के दावे कर रहे हैं लेकिन भूपेश चौबे ने उनकी कलई खोल दी है। कुछ बीजेपी समर्थकों ने लिखा है कि अब हम लोग जनता को क्या बताएंगे। हमारे दावों का क्या होगा। इस विधायक ने हमारी सरेआम बेइज्जती कर दी है। कुछ लोगों ने लिखा है कि अगर विधायक को अपनी हालत पतली लग रही थी तो चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था।
हालांकि विधायक के समर्थकों का कहना है कि चौबे ने जनता को खुश करने के लिए उठक-बैठक लगाई है। वो जनता के आगे हमेशा नतमस्तक रहते हैं।