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हिंदू राव अस्पताल की ख़ामियां दिखाने, पीपीई किट बांटने पर डॉक्टर बर्खास्त

हिंदू राव अस्पताल की ख़ामियां दिखाने, पीपीई किट बांटने पर डॉक्टर बर्खास्त

दिल्ली के हिंदू राव अस्पताल के एक डॉक्टर को चिकित्सा उपकरणों को बदलने और संस्थान को बदनाम करने के आरोप में अस्पताल प्रशासन ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।

दिल्ली के हिंदू राव अस्पताल के एक डॉक्टर को चिकित्सा उपकरणों को बदलने और संस्थान को बदनाम करने के आरोप में अस्पताल प्रशासन ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। डॉक्टर का नाम पीयूष पुष्कर सिंह है और वह आर्थोपेडिक्स डिपार्टमेंट के छात्र भी हैं। 

डॉ. पीयूष हाल ही में अस्पताल की कई ख़ामियों को सोशल मीडिया के जरिये सामने लाए थे। डॉ. पीयूष ने दावा किया था कि उन्होंने एक एनजीओ से पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट और फ़ेस शील्ड ख़रीदकर डॉक्टर्स के बीच बांटे थे। 

उत्तरी दिल्ली नगर निगम के द्वारा चलाये जा रहे इस अस्पताल की आयुक्त वर्षा जोशी ने अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया, ‘दान किया जाने वाला सारा सामान चिकित्सा अधीक्षक के पास जाना चाहिए। हमने इसके लिए पारदर्शी व्यवस्था बनाई है। डॉ. पीयूष ने न केवल चिकित्सा उपकरणों को बदला बल्कि अनाधिकृत रूप से इसे ऐसे लोगों के बीच बांट दिया, जिन्हें इसकी ज़रूरत ही नहीं थी।’ जोशी ने कहा कि डॉ. पीयूष इस बात का फ़ैसला नहीं कर सकते कि प्राथमिकताएं क्या हैं और यह उन्हें तुरंत बर्खास्त करने का कारण बना। 

डॉ. पीयूष ने इससे पहले अस्पताल के अंदर सीलिंग में लीकेज का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। तब उन्हें इसके लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। 

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, नगर निगम के मेयर अवतार सिंह ने कहा, ‘डॉ. पीयूष हिंदू राव अस्पताल के ख़िलाफ़ लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल रहे थे। आप अपने एम्पलॉयर के ख़िलाफ़ ऐसा नहीं कर सकते।’ 

अख़बार के मुताबिक़, अस्पताल के कुछ डॉक्टर्स की बीते कुछ महीनों में सैलरी, पीपीई किट की कमी और अन्य मुद्दों को लेकर प्रशासन से भिड़ंत हो चुकी है। 

डॉ. पीयूष ने कहा है कि उन पर लगाये गये आरोप ग़लत हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने एनजीओ से बात करके फ़ेस शील्ड और पीपीई किट का इंतजाम किया। हम हर दिन अपनी जान को ख़तरे में नहीं डाल सकते।’

कई लोगों ने इस मुद्दे को ट्वीट कर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन तक पहुंचाया है। लोगों ने कहा है कि बिना किसी जांच-पड़ताल के डॉ. पीयूष को बर्खास्त करना कहां का इंसाफ़ है। इस पर डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा है कि वह मामले में तथ्यों का पता लगाएंगे और सही क़दम उठाएंगे। 

डॉ. पीयूष की बर्खास्तगी शर्मनाक: कांग्रेस 

कांग्रेस ने इस मुद्दे को लपक लिया है और डॉ. पीयूष को बर्खास्त किए जाने को शर्मनाक बताया है। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘डॉ. पीयूष को अपने साथियों के लिए पीपीई किट और एन95 मास्क का इंतजाम करने के कारण बर्खास्त कर दिया गया।’ 

सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी शासित उत्तरी नगर निगम डॉक्टर्स को ज़रूरी संख्या में पीपीई किट तक उपलब्ध नहीं करा सका। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे में कोरोना वायरस के योद्धा कैसे इस लड़ाई को लड़ेंगे। 

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