हिमाचलः कुल्लू में तबाही का मंजर, मुख्यमंत्री ने वीडियो ट्वीट किया
Disturbing visuals emerge from Anni, Kullu, depicting a massive commercial building collapsing amidst a devastating landslide.
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) August 24, 2023
It's noteworthy that the administration had identified the risk and successfully evacuated the building two days prior. pic.twitter.com/cGAf0pPtGd
हिमाचल से गुरुवार को बुरी खबरें आ रही हैं। कुल्लू में भयानक मंजर है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खुद वीडियो ट्वीट किया है। सीएम ने लिखा है- कुल्लू के अन्नी से परेशान करने वाले दृश्य सामने आ रहे हैं, जिसमें विनाशकारी भूस्खलन के बीच एक विशाल व्यावसायिक इमारत ढहती हुई दिखाई दे रही है। प्रशासन ने खतरे की पहचान कर ली थी और दो दिन पहले ही इमारत को सफलतापूर्वक खाली करा लिया था।
गुरुवार को जहां यह घटना हुई, कुल्लू का सरकारी बस अड्डा उसके पास है। इस इलाके को अन्नी कहा जाता है। कुल्लू जिले में भारी भूस्खलन हुआ है। उसके बाद अन्नी इलाके में कम से कम 10 निर्माणाधीन व्यावसायिक इमारतें ढह गईं। बस स्टैंड के पास हुई इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। यह जगह कुल्लू जिला मुख्यालय से 76 किलोमीटर दूर है।
शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, गुरुवार को हुए भूस्खलन में ढही इमारतों में से एक में दो बैंक भी थे। हिमाचल प्रदेश पिछले कुछ हफ्तों में लगातार बारिश, बादल फटने, भूस्खलन का सामना कर रहा है।
अन्नी में गुरुवार को ताजा भूस्खलन हुआ था। इस वजह से शहर में काफी नुकसान हुआ। कुल्लू-मंडी राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है जिससे दोनों तरफ का संपर्क टूट गया है जबकि कई वाहन सड़क पर फंसे हुए हैं।
हिमाचल में बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित एक और शहर शिमला में पिछले 24 घंटों में 190 मिमी बारिश दर्ज की गई। शिमला में बुधवार को कई जगहों पर भूस्खलन हुआ था। शहर की तमाम मुख्य सड़कें इससे प्रभावित हुईं। कुछ को बंद करना पड़ा।
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हिमाचल प्रदेश में बारिश जारी है और आईएमडी ने पूरे हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यानी भूस्खलन होने और बिल्डिंग गिरने की भयावह सूचनाएं आ सकती हैं।
हिमाचल प्रदेश में इस साल कुल 2,022 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और 9,615 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस साल के मॉनसून सीजन में 113 भूस्खलन हुए हैं।
अकेले राजधानी शिमला में 100 से अधिक इमारतें ढह गईं। राज्य इतिहास की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। शिमला के प्रसिद्ध समर हिल क्षेत्र में एक प्राचीन शिव मंदिर इस मॉनसून में बह गया। मलबे से कई दिन तक शव बरामद बरामद होते रहे।