पीपीई किट घोटाले में कथित रिश्वत मांगने की ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद यह बड़ा सियासी मुद्दा बन गया है। इस मामले में हिमाचल बीजेपी के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को भी पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा है। ऑडियो क्लिप में स्वास्थ्य महकमे के निदेशक डॉ. अजय गुप्ता की किसी दूसरे शख़्स के साथ बातचीत हो रही है। आपको बताते हैं कि इस ऑडियो क्लिप में क्या बातचीत हो रही है।
पहला शख़्स - मैंने बैंक मैनेजर को बोल दिया है ढाई बजे आजा…
दूसरा शख़्स - ठीक है सर मैं निकल रहा हूं।
पहला शख़्स - निकलो-निकलो, हुआ कुछ।
दूसरा शख़्स - लेके आ रहा हूं सामान आपका जी।
पहला शख़्स - ठीक है, सामान ले आओ, कितना ले आए।
दूसरा शख़्स - जी, आपने 5 लाख बोला था जनाब।
पहला शख़्स - ठीक है, ठीक है, ले आओ।
ऑडियो क्लिप में डॉ. अजय गुप्ता जिस शख़्स से बात कर रहे हैं, उसे एक बीजेपी नेता का क़रीबी बताया गया है। विपक्ष ने मांग की है कि इस नेता का नाम उजागर किया जाए। क्लिप वायरल होने के बाद डॉ. अजय गुप्ता को 20 मई की रात को गिरफ़्तार कर लिया गया था।
यह ऑडियो क्लिप इन दिनों हिमाचल प्रदेश से लेकर पूरे देश में वायरल हो रही है। ऑडियो क्लिप में 5 लाख रुपये देने की बात सुनी जा सकती है। ख़बरों के मुताबिक़, यह मामला पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट और सैनिटाइजर की ख़रीद घोटाले में रिश्वत लेने से जुड़ा है। विपक्षी दल कांग्रेस और सीपीआई (एम) ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
अंग्रेजी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक़, डॉ. अजय गुप्ता की कॉल डिटेल से पता चला है कि उनकी गिरफ़्तारी वाले दिन वह बीजेपी ऑफ़िस के नजदीक मौजूद थे। कांग्रेस ने पूछा है कि गुप्ता बीजेपी ऑफ़िस में किससे मिले थे।
हिमाचल के कुल्लू की एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से कहा है कि सूत्रों के द्वारा इस ऑडियो क्लिप में कही गई बातों की सत्यता की जांच कर ली गई है। उन्होंने कहा कि जांच में पता चला है कि मेडिकल सामानों की ख़रीद में फ़रवरी से ही भ्रष्टाचार हो रहा था। राज्य के एडीजी अनुराग गर्ग ने कहा है कि डॉ. अजय गुप्ता ने पूछताछ के दौरान सवालों को टालने और गुमराह करने वाले जवाब देने की कोशिश की है।
डॉ. राजीव बिंदल को इस साल जनवरी में प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। इससे पहले वह हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष थे। बिंदल ने बुधवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजे गए इस्तीफ़े में कहा है कि वह इस बात को पूरे भरोसे के साथ कह रहे हैं कि इस वायरल ऑडियो क्लिप का बीजेपी के साथ कोई लेना-देना नहीं है और पार्टी इस मामले में बेदाग है।