हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की शोभा यात्रा के आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया है। चौटाला ने कहा - यात्रा आयोजकों ने यात्रा की पूरी जानकारी जिला प्रशासन को नहीं दी। यह घटना इसी वजह से हुई...घटना के लिए जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'' चौटाला ने यह बात न्यूज एजेंसी एएनआई से कही।
दुष्यंत चौटाला का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है। हरियाणा में भाजपा की सरकार चौटाला की पार्टी जेजेपी की मदद से चल रही है। सूत्रों ने बताया कि चौटाला ने गुड़गांव के आला अफसरों से कहा है कि हालात फौरन ठीक किए जाएं और किसी भी अराजक तत्व पर कार्रवाई करते हुए उसकी किसी भी पार्टी से जुड़ाव को न देखा जाए। उनका संकेत मोनू मानेसर जैसे तत्वों की तरफ है।
दुष्यंत चौटाला का यह बयान अपने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उस बयान का एक तरह से खंडन है, जिसमें खट्टर ने नूंह हिंसा के पीछे बहुत बड़ी साजिश बताई थी। मुख्यमंत्री खट्टर ने मंगलवार को कहा था - "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। एक यात्रा का आयोजन किया जा रहा था, जिसके दौरान कुछ लोगों ने जुलूस में शामिल लोगों और पुलिस पर हमले की साजिश रची। कई जगहों पर हिंसा की खबरें आईं। इसके पीछे एक बड़ी साजिश लग रही है।"
चौटाला ने जनता से शांति बनाए रखने को कहा क्योंकि उनके अनुसार, राज्य के इतिहास में सांप्रदायिक हिंसा की ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि लोगों को हिंसा के लिए उकसाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।चौटाला ने कहा- मेवात के लोगों ने भारत की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी और मुगलों के हमले का विरोध किया। वहां के लोग इस तरह के नहीं हैं, जैसा उन्हें बताया जा रहा है। मेवात में सदियों पुराना भाईचारा है।
उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध है। उनके अनुसार, पिछले 12 घंटों में हिंसा की कोई घटना सामने नहीं आई है। सांप्रदायिक हिंसा के मुख्य आरोपियों में से एक मोनू मानेसर के बारे में पूछे जाने पर, चौटाला ने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से हों।
उधर, कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के मुताबिक, राज्य में बीजेपी-जेजेपी सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में असफल रही है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनके उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दोनों को अपने पद से हट जाना चाहिए। पीटीआई ने बताया कि सुरजेवाला ने नूंह-मेवात क्षेत्र से सामने आ रही हिंसा और विनाश की खबरों पर गहरी चिंता और दुख व्यक्त किया।
बता दें कि वीएचपी ने सोमवार 31 जुलाई को जलाभिषेक यात्रा का आयोजन मुस्लिम बहुल मेवात में किया था। जब यह यात्रा नूंह में पहुंची तो वहां टकराव हुआ और उसके बाद हिंसा शुरू हो गई। उसके बाद यह हिंसा गुड़गांव, पलवल तक पहुंच गई। इससे दिल्ली एनसीआर में तनाव भी बना।