हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा के बाद राज्य के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने उम्मीदवारों के चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है। सभी की नजरें बीजेपी पर हैं, जो पार्टी हमेशा परिवारवाद का विरोध करती रही है, उसी पार्टी के नेता कुलदीप विश्नोई ने अपने बेटे भव्य विश्नोई के लिए टिकट मांगा है। कुलदीप उन्हीं भजनलाल के बेटे हैं जो लंबे समय तक हरियाणा के सीएम रहे। उनके समय में ही दलबदलुओं के लिए आया राम-गया राम मुहावरा निकला और मशहूर हुआ। भजनलाल वो शख्स थे जो सीएम बनने के लिए पूरी कैबिनेट के साथ रातोंरात कांग्रेस में शामिल हो गए थे। भजनलाल फिर आजीवन कांग्रेसी रहे।
द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक आदमपुर सीट से कांग्रेस में भी कई दावेदार हैं। उसकी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पूर्व मंत्रियों जय प्रकाश और संपत सिंह और किसान नेता कुर्दा राम नंबरदार के नाम चर्चा में हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा आदमपुर से फीडबैक लेने के बाद उम्मीदवार चुनना चाहते हैं। अगर बीजेपी कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को मैदान में उतारने का विकल्प चुनती है, तो कांग्रेस जय प्रकाश या संपत सिंह के बेटे को टिकट देने पर विचार कर सकती है। आदमपुर का फैसला हुड्डा ही करेंगे।
दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी की चयन प्रक्रिया अनोखी है। उसके तमाम नेता सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी और स्कूलों के विलय को उजागर करने के लिए "शिक्षा संवाद यात्रा" निकाल रहे हैं। उमेश शर्मा, जो यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं, उनके साथ राम प्रकाश घरवाल और सतेंद्र सिंह भी शामिल हैं। एक पदाधिकारी ने द ट्रिब्यून को बताया कि इस क्षेत्र में पार्टी की सर्वे टीम पहुंच गई है। नेता कहते हैं, हालांकि टिकट के इच्छुक उम्मीदवार पहले से ही जोरदार प्रचार में लगे हुए हैं, लेकिन अंतिम फैसला पार्टी के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। आप के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता और पार्टी नेता अनुराग ढांडा प्रमुख निर्णय लेने वालों में से हैं।
हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी नेतृत्व पर निर्णय छोड़ते हुए अपने बेटे को मैदान में उतारने की इच्छा व्यक्त की है। हालांकि पर्दे के पीछे बीजेपी के प्रदेश और राष्ट्रीय नेताओं से उनकी बातचीत इस सिलसिले में जारी है। महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि आदमपुर से बीजेपी का कोई और नेता टिकट की दावेदारी भी नहीं जता रहा है। ऐसे में पार्टी भव्य बिश्नोई के नाम पर विचार कर सकती है। कुलदीप ने बीजेपी में शामिल होते हुए भी अपने बेटे भव्य का बीजेपी के प्रति रुझान का खासतौर पर जिक्र किया था। लेकिन हाल ही में टीवी आर्टिस्ट सोनाली फोगाट की हत्या में कुलदीप का नाम विवादित हो जाने के बाद सीन बदल चुका है। सोनाली के भाई ने कुलदीप विश्नोई पर उनकी बहन की हत्या कराने का आरोप लगाया था। हालांकि इस आरोप पर किसी को यकीन नहीं हो रहा है। क्योंकि कुलदीप विश्नोई कभी भी सोनाली फोगाट को लेकर चर्चा में नहीं रहे हैं।
उधर, इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला 6 अक्टूबर को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक करेंगे। उन्होंने कहा, पार्टी कार्यकर्ताओं से गहन चर्चा के बाद आदमपुर उपचुनाव में उतरने और प्रत्याशी का चयन करेगी।'