हरियाणा विधानसभा में गठबंधन पर गतिरोध के बीच आप ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इसने 20 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। इनमें से 11 ऐसे उम्मीदवार शामिल हैं, जिनके लिए कांग्रेस ने पहले ही उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। इससे पहले सोमवार सुबह ऐसी रिपोर्टें थीं कि दोनों दलों के बीच गठबंधन की शाम तक घोषणा हो सकती है और सीट बँटवारा तय हो सकता है। लेकिन इससे पहले आम आदमी पार्टी ने अपनी पहली सूची ही जारी कर दी।
आम आदमी पार्टी ने अपनी सूची जारी करते हुए कहा है, 'पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए निम्नलिखित उम्मीदवारों की घोषणा कर रही है। सभी को बधाई।'
आप की राज्य इकाई के प्रमुख सुशील गुप्ता ने कहा है कि उनकी पार्टी सभी 90 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। गुप्ता ने कहा कि दूसरी सूची जल्द ही जारी की जाएगी। कांग्रेस के साथ बातचीत में बाधा आने के कारण आप पिछले सप्ताह तक इंतज़ार कर रही थी।
पिछले हफ़्ते दोनों पार्टियों ने हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ने के लिए सैद्धांतिक सहमति बनाई थी। पिछले कुछ दिनों से गठबंधन को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सुगबुगाहट है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गठबंधन पर काफी जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि इंडिया ब्लॉक के सदस्य अप्रैल-जून के आम चुनाव से पहले बनी साझेदारी को जारी रखेंगे। राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी कहा था कि पार्टी गठबंधन का स्वागत करती है। उन्होंने जोर देकर कहा था, 'हमारी प्राथमिकता भाजपा को हराना है।'
पिछले कुछ दिनों में कई स्तरों पर चर्चा हुई, जिसके दौरान कांग्रेस नेता दीपक बाबरिया ने कहा कि गठबंधन तभी संभव होगा जब यह दोनों पार्टियों के अनुकूल स्थिति होगी।
आप गठबंधन के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत कर रही थी, लेकिन पार्टी को आवंटित की जाने वाली सीटों की संख्या को लेकर बातचीत में बाधा आ गई है। रिपोर्टें हैं कि आप कथित तौर पर राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से कम से कम 10 पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन कांग्रेस केवल सात सीटें छोड़ने को तैयार है।
इससे पहले गठबंधन के विफल होने की ख़बर तभी सामने आयी थी जब कांग्रेस ने बातचीत के बीच ही शनिवार को 31 उम्मीदवारों की अपनी पहल सूची जारी की थी।
गठबंधन को लेकर अभी तक इसको लेकर दोनों दलों की ओर से कुछ भी साफ़ नहीं किया गया है। जो आख़िरी औपचारिक सूचना आई वह यह थी कि गठबंधन पर सहमति है और सीट बँटवारे पर बातचीत चल रही है। लेकिन कांग्रेस द्वारा पहली सूची जारी किए जाने और अब आप द्वारा पहली सूची जारी किए जाने के बीच बातचीत में गतिरोध आने के कयास लगाए जाने लगे हैं।
कहा जा रहा है कि सीट बँटवारे पर बातचीत लगभग गतिरोध के क़रीब पहुंच गई है, क्योंकि कांग्रेस का राज्य नेतृत्व आप द्वारा मांगी गई सीटों को देने के लिए तैयार नहीं है।