उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की नाराज़गी और इस्तीफ़े की जोरदार चर्चा के बाद उत्तराखंड बीजेपी ने शायद डैमेज कंट्रोल कर लिया है। ऐसी ख़बरें हैं कि हरक सिंह रावत मान गए हैं। बीजेपी के कई नेता बीती रात से रावत को मनाने में जुटे रहे।
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि हरक सिंह रावत कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज बनाना चाहते हैं और इसी को लेकर उनकी कुछ नाराज़गी थी, जिसे दूर कर लिया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने भी इस मामले में विधायक उमेश शर्मा काऊ से बात की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि नाराज़गी जैसी कोई बात नहीं है, यह परिवार का मामला है और सरकार कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए धनराशि जारी कर रही है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी कहा है कि मीडिया में चल रही ख़बरें ग़लत हैं और किसी नेता ने कोई इस्तीफ़ा नहीं दिया है। कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने भी कहा है कि नाराज़गी जैसी कोई बात नहीं है।
हरक सिंह रावत के इस्तीफ़े की ख़बर मीडिया में चलते ही उत्तराखंड के सियासी गलियारों में तूफ़ान आ गया था। उनके साथ ही उमेश शर्मा काऊ के इस्तीफ़ा देने की बात भी कही गयी। कहा गया कि हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं।
हरक सिंह रावत उन विधायकों में शामिल थे, जो 2016 में कांग्रेस से बग़ावत कर बीजेपी में शामिल हुए थे। रावत का उत्तराखंड की सियासत में बड़ा क़द है।