जम्मू के हनुमान मंदिर में तोड़फोड़, आरोपी हिन्दू निकला, गिरफ्तार
जम्मू पुलिस ने कहा कि जम्मू के बाहरी इलाके में एक मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपी को घटना के कुछ घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि मंदिर में तोड़फोड़ और आगजनी के लिए जिम्मेदार बताए जा रहे व्यक्ति ने दावा किया कि उसने मंदिर में "समुदाय के कुछ सदस्यों द्वारा किए जा रहे काले जादू से परेशान होकर" शनिवार रात को इस कृत्य को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी के पकड़े जाने की जानकारी एक्स पर शेयर की लेकिन यह नहीं बताया कि आरोपी किस समुदाय से है। देश की जानी-मानी न्यूज एजेंसी ने भी घटना की जानकारी देते हुए यह नहीं बताया कि मंदिर में तोड़फोड़ करने वाला शख्स किस समुदाय से है। लेकिन लोकल मीडिया अपनी जिम्मेदारी से नहीं चूका।
A Hanuman temple on the outskirts of Jammu was vandalised, Idols burnt leading to protests demanding police investigation to expose a "conspiracy" to disturb peace and harmony in the region. Jammu Police arrested Arjun Sharma for vandalism of temple in Nagrota. SP Rural Jammu… pic.twitter.com/aewT19xpTf
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) July 8, 2024
पुलिस अधीक्षक ब्रिजेश शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि पिछले शनिवार की रात, नारायण खू क्षेत्र में एक मंदिर में मूर्तियों के अपमान और मटके जलाने की शिकायत के बाद नगरोटा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। एसपी ने बताया कि “एफएसएल और अपराध शाखा के विशेषज्ञों की टीम ने खोजी कुत्तों के साथ घटना की तेजी से जांच की। जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर, चार लोगों को पकड़ा गया। छानबीन के बाद अर्जुन शर्मा को मुख्य आरोपी के रूप में गिरफ्तार कर लिया गया।”
पुलिस अधिकारी के मुताबिक अर्जुन शर्मा ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि “आरोपी की समय पर गिरफ्तारी होने से इलाके में तनाव होने से बच गया। हम लोगों की पॉजिटिव भूमिका और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को अपनी जांच करने की अनुमति देने के लिए आभारी हैं।” उन्होंने कहा, आरोपी ने अकेले ही यह हरकत की थी।
मुख्य आरोपी अर्जुन शर्मा ने पुलिस को बताया कि उस मंदिर में हिन्दू समुदाय के कुछ लोग काला जादू करते थे। जिससे वो बहुत नाराज था। गाँव के 'नंबरदार' और अन्य प्रभावशाली लोगों ने उसकी शिकायतों पर ध्यान ही नहीं दिया। तब उसने यह कदम उठाया।
इससे पहले 29 जून को, रियासी के धर्मारी इलाके में भी शिव मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी, जिससे तनाव फैल गया था। मंदिर में तोड़फोड़ के खिलाफ हिंदू और मुस्लिम लोगों ने मिलकर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। घटना के पांच दिनों बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 43 लोगों को गिरफ्तार किया।
There were protests by locals after Hanuman temple was vandalised in Jammu. Police arrested Arjun Sharma for vandalising the temple. pic.twitter.com/MRQUUeHuRo
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) July 8, 2024
नगरोटा में हिन्दू युवक की गिरफ्तारी के बाद भाजपा शांत हो गई है। उसके नेता अब पुलिस को इस सफलता के लिए बधाइयां दे रहे हैं। जम्मू के भाजपा नेताओं ने एक्स पर लिखकर पुलिस को बधाई दी। एक भाजपा नेता ने लिखा है- “इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने और अपराधी अर्जुन को पकड़ने के लिए @JmuKmrPolice और नागरिक प्रशासन की सराहना की जानी चाहिए। उसने मजिस्ट्रेट के सामने अपने कृत्य को कबूल कर लिया है।”
हालाँकि, कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था खराब होने के लिए प्रशासन और सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि क्षेत्र में मंदिरों की सुरक्षा में सरकार की विफलता है। कांग्रेस ने लिखा, "बीजेपी के नेतृत्व वाले एलजी प्रशासन के तहत...कानून और व्यवस्था ध्वस्त हो गई...एक हफ्ते में रियासी में शिव मंदिर के बाद नगरोटा में दूसरे हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ की गई। शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए दोषियों को कड़ी सजा और स्वतंत्र न्यायिक जांच की जरूरत है।"