गुवाहाटी में घुसने से राहुल की यात्रा को रोका, पुलिस से झड़प
राहुल गांधी की यात्रा को असम में मंगलवार को फिर से रोक दिया गया। मेघालय से लौटते हुए राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम की राजधानी गुवाहाटी में प्रवेश करने वाली थी, लेकिन मुख्य मार्ग पर बैरिकेड लगा दिए गए थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उस बैरिकेड को तोड़ दिया।
कांग्रेस ने बैरिकेड तोड़े जाने का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'अहंकार ध्वस्त हुआ'।
अहंकार ध्वस्त हुआ
— Congress (@INCIndia) January 23, 2024
असम के मुख्यमंत्री और दिल्ली में बैठे उनके मालिक का अहंकार कांग्रेस के बब्बर शेरों ने ध्वस्त कर दिया।
"कोई भी शक्ति इस यात्रा को नहीं रोक सकती" 🦁 pic.twitter.com/u3cDSPWpkA
कांग्रेस का कहना है कि, "असम में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया है। 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की बुलंद आवाज से डरी-सहमी असम सरकार ऐसी कायर और शर्मनाक हरकतों से बाज नहीं आ रही। बीजेपी ये न भूले कि ये जनता की आवाज है, इसे किसी भी कीमत पर कुचला और दबाया नहीं जा सकता है। हमारी राह के ये काँटे, हमारी हिम्मत को और बढ़ा रहे हैं, हमें और मजबूत कर रहे हैं। हम किसी से डरने वाले नहीं हैं। 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' जारी है...।"
असम में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया है।
— Congress (@INCIndia) January 23, 2024
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की बुलंद आवाज से डरी-सहमी असम सरकार ऐसी कायर और शर्मनाक हरकतों से बाज नहीं आ रही।
BJP ये न भूले कि ये जनता की आवाज है, इसे किसी भी कीमत पर कुचला और दबाया नहीं जा सकता।
हमारी राह के… pic.twitter.com/q1E53exwPA
मंगलवार को गुवाहाटी में उस समय तनाव फैल गया जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को मुख्य मार्गों से शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली और इसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। यह टकराव तब हुआ जब मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व वाली असम सरकार ने यात्रा को शहर से दूर जाने और इसके बजाय गुवाहाटी बाईपास का उपयोग करने का निर्देश दिया था।
घटनास्थल के वीडियो फुटेज में कई कांग्रेस समर्थक दिखे जिनमें से कई पार्टी के झंडे लिए हुए थे। पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की तस्वीरें भी दिखीं। सोशल मीडिया पर साझा किए गए कुछ वीडियो में यात्रा में शामिल लोगों ने घाव के निशान दिखाते हुए आरोप लगाया कि पुलिस के हमले में वे घायल हो गए हैं।
राहुल गांधी ने वहाँ पर लोगों को संबोधित किया और कहा, 'बजरंग दल और जेपी नड्डा जी की रैलियां इस मार्ग से की गईं। लेकिन वे हमें रोक रहे हैं। हम कानून का उल्लंघन नहीं करेंगे। हम कांग्रेस कार्यकर्ता इतने मजबूत हैं कि हम बैरिकेड्स तोड़ सकते हैं।'
कांग्रेस ने यात्रा को मध्य गुवाहाटी से गुज़रने की योजना बनाई थी, लेकिन अधिकारियों ने संभावित यातायात व्यवधान और कानून-व्यवस्था संबंधी चिंताओं को मार्ग में बदलाव का कारण बताया। इस निर्णय के कारण शहर के प्रवेश बिंदु, खानापारा क्रॉसिंग पर पुलिस को तैनात किया गया था जहां कांग्रेस समर्थकों और पुलिस के बीच हाथापाई हुई। कांग्रेस के आरोपों पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने 'नक्सली रणनीति" का आरोप लगाया है।
These are not part of Assamese culture. We are a peaceful state. Such “naxalite tactics” are completely alien to our culture.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 23, 2024
I have instructed @DGPAssamPolice to register a case against your leader @RahulGandhi for provoking the crowd & use the footage you have posted on your… https://t.co/G84Qhjpd8h
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है, "ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं है। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी 'नक्सली रणनीति" हमारी संस्कृति से पूरी तरह अलग है। मैंने डीजीपी असम पुलिस को भीड़ को उकसाने के लिए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने और आपके द्वारा अपने हैंडल पर पोस्ट किए गए फुटेज को सबूत के रूप में उपयोग करने का निर्देश दिया है। आपके अनियंत्रित व्यवहार और सहमति वाले दिशानिर्देशों के उल्लंघन के परिणामस्वरूप अब गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हो गया है।'
कांग्रेस ने असम सरकार पर यात्रा के लिए अनावश्यक बाधाएं पैदा करने का आरोप लगाया है और उनके काफिले और नेताओं के खिलाफ हमलों का आरोप लगाया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 22 जनवरी को आरोप लगाया था कि असम में अधिकारियों ने उन्हें नगांव में 15वीं शताब्दी के असमिया संत और विद्वान श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान बताद्रवा सत्र मंदिर में जाने से रोक दिया। राहुल ने अपने ऊपर लगाए गए प्रतिबंधों पर सवाल उठाते हुए कहा था, 'हम मंदिर जाना चाहते हैं। मैंने क्या अपराध किया है कि मैं मंदिर नहीं जा सकता?' रोके जाने का विरोध करने के लिए मंदिर के सामने ही राहुल गांधी धरने पर बैठ गए थे।
इससे पहले रविवार को भी कांग्रेस ने यात्रा को रोके जाने का आरोप लगाया था। पार्टी ने तब आरोप लगाया था कि असम के लखीमपुर में यात्रा के पोस्टर, बैनरों को फाड़ा गया और गाड़ियों पर हमला किया गया। कई जगहों पर इस तरह के हमले के आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी की बस को रोकने की कोशिश की गई और बीजेपी के नेता-कार्यकर्ता झंडे लिए यात्रा को रोकने की कोशिश की। राहुल गांधी ने कहा कि जब वह बस से निकले तो वे लोग भाग गए।
कांग्रेस ने रविवार को कहा था कि जब हमारा क़ाफ़िला असम में रैली स्थल की ओर जा रहा था तब जुमगुरीहाट में हिमंत बिस्व सरमा के गुंडों ने कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के कैमरामैन और अन्य सदस्यों पर हमला किया। उन्होंने महासचिव जयराम रमेश की भी गाड़ी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा का स्टीकर फाड़ा और पानी फेंका। इस बीच असम में कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, 'राहुल गांधी जी की यात्रा देखकर बीजेपी के लोग घबरा गए हैं। इसलिए उन्होंने असम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पर हमला किया, लेकिन वो डरने वाले नहीं हैं.. वो कांग्रेस के सिपाही हैं। जब हम अंग्रेजों से नहीं डरे, तो बीजेपी से क्या डरेंगे?'
बता दें कि इससे पहले शनिवार को भी ऐसे हमले की शिकायत की गई थी। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक़ वह घटना शुक्रवार देर रात हुई थी लेकिन इसकी सूचना शनिवार सुबह मिली थी। कांग्रेस ने भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे की तस्वीर को विरूपित करने और राहुल गांधी की तस्वीर वाले बैनर और कटआउट को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया था।